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42 हाइड्रेंट पर बन गई सड़क, कैसे बुझेगी आग

बुलंदशहर जेएनएन। मेरठ के विक्टोरिया पार्क अग्निकांड आज भी लोगों के जेहन में उथल-पुथल मचा देता है। जनपद में गर्मी के मौसम में आग की बड़ी घटनाएं होती रही हैं। कोरोना महामारी की रोकथाम के लिए दमकल विभाग को लॉकडाउन व सैनिटाइजेशन की मुहिम में लगाया गया है। जनपद में अग्निकांड रोकने के लिए दमकल विभाग के पास न पर्याप्त स्टॉफ है और न ही संशाधन। इतना ही नहीं जनपद में 54 में 42 हाइड्रेंट सड़कों में दबकर रहे गए हैं।

By JagranEdited By: Published: Sat, 09 May 2020 09:32 PM (IST)Updated: Sun, 10 May 2020 06:05 AM (IST)
42 हाइड्रेंट पर बन गई सड़क, कैसे बुझेगी आग
42 हाइड्रेंट पर बन गई सड़क, कैसे बुझेगी आग

बुलंदशहर, जेएनएन। मेरठ के विक्टोरिया पार्क अग्निकांड आज भी लोगों के जेहन में उथल-पुथल मचा देता है। जनपद में गर्मी के मौसम में आग की बड़ी घटनाएं होती रही हैं। कोरोना महामारी की रोकथाम के लिए दमकल विभाग को लॉकडाउन व सैनिटाइजेशन की मुहिम में लगाया गया है। जनपद में अग्निकांड रोकने के लिए दमकल विभाग के पास न पर्याप्त स्टॉफ है और न ही संशाधन। इतना ही नहीं जनपद में 54 में 42 हाइड्रेंट सड़कों में दबकर रहे गए हैं।

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कृषि प्रधान जिले में पांच फायर स्टेशन बुलंदशहर, सिकंदराबाद, खुर्जा, डिबाई और अनूपशहर में संचालित हैं। अग्निकांडों पर जल्द काबू पाया जा सके इसके लिए योगी सरकार ने शिकारपुर, अनूपशहर के गहना गोवर्धनपुर गांव में और स्याना क्षेत्र के बीबीनगर में फायर स्टेशन के निर्माण की घोषणा की थी। इन तीनों फायर स्टेशनों पर निर्माण कार्य जारी है।

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सड़कों में दबे हाइड्रेंट प्वाइंट

दमकल विभाग ने जनपद में 54 हाइड्रेंट प्वाइंट बनाए हैं। फायर स्टेशन और जल व नगर पालिकाओं के नलकूपों पर पाइप के द्वारा सड़कों के नीचे फ्चैंच बनाए गए हैं। आपातकाल में इन फ्लैंच पर पानी लेने के लिए 54 हाइड्रेंट प्वाइंट बनाए गए हैं। लेकिन मार्ग बनाने के फेर इन हाइड्रेंट प्वाइंट को सड़कों में ही दबा दिया गया।

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संशाधन और स्टॉफ का अभाव

दरअसल पांच फायर स्टेशनों पर मात्र पांच पानी के टैंकर वाले बड़े वाहन हैं और एक छोटी गाड़ी संकीर्ण गलियों में जाने के लिए है। इतना ही नहीं जनपद में दमकल कर्मियों के पास 193 पद हैं लेकिन मात्र 75 पदों पर नियुक्ति दी गई है जबकि 118 पद अभी भी खाली हैं।

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लॉकडाउन में गिरा अग्निकांड का ग्राफ

पिछले तीन वर्षों की बात करें तो जनपद में 2017-18 में 621 अग्निकांड हुए और इनमें 28 करोड़ 34 लाख रुपये की संपत्ति जलकर राख हो गई। जबकि 2018-19 में 777 अग्निकांड हुए और करीब छह करोड़ रुपये की संपति नष्ट हुई। जबकि 2019-20 में लॉकडाउन से पूर्व 131 अग्निकांड हुए और एक व्यक्ति की जलकर मौत हुई है।

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इन्होंने कहा..

अग्निकांड से बचाव के लिए गर्मी के मौसम में जलाश्य, नलकूप और पानी के स्त्रोत को सुचारू रखें। सड़कों पर अतिक्रमण न करें ताकि आपातकालीन स्थिति में गाड़ियों को जाम अथवा अन्य समस्या का सामना न करना पड़े। दमकल विभाग हर विपदा से लड़ने को तैयार है।

- जेपी सिंह, मुख्य अग्निशमन अधिकारी।


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