फाल्ट बन रहे निर्बाध विद्युत आपूर्ति में बाधा, किसान परेशान
ऊर्जा निगम ने आबादी और जंगल के फीडर अलग-अलग कर दिए हैं। जिससे उपभोक्ताओं को रोस्टर के हिसाब से सुचारू रूप से निर्बाध रूप से विद्युत की जा सके लेकिन जर्जर लाइन में फाल्ट होने से किसानों को रोस्टर के हिसाब से विद्युत आपूर्ति नहीं मिल पा रही है।
जेएनएन, बुलंदशहर। ऊर्जा निगम ने आबादी और जंगल के फीडर अलग-अलग कर दिए हैं। जिससे उपभोक्ताओं को रोस्टर के हिसाब से सुचारू रूप से निर्बाध रूप से विद्युत की जा सके लेकिन जर्जर लाइन में फाल्ट होने से किसानों को रोस्टर के हिसाब से विद्युत आपूर्ति नहीं मिल पा रही है।
सर्दियों में भी अघोषित बिजली कटौती के चलते निर्बाध रूप से विद्युत आपूर्ति नहीं मिल पा रही है। निगम ने शहरी क्षेत्र में 22 घंटे और देहात क्षेत्र में 18 घंटे तथा जंगल की लाइन का 10 घंटे विद्युत आपूर्ति के लिए रोस्टर बना रखा है लेकिन उपभोक्ताओं को शहर से लेकर देहात तक रोस्टर के हिसाब से विद्युत आपूर्ति नहीं मिल पा रही है। अभी रजवाहों की सफाई नहीं होने के कारण किसानों को सिचाई के लिए नलकूप पर आश्रित है। किसानों का आरोप है कि निगम गर्मी की तरह सर्दियों में भी बिजली कटौती कर रहा है। वहीं रजवाहों में पानी नहीं आने के कारण किसान परेशान हो रहे हैं। देहात क्षेत्र में फाल्ट होने के बाद कई-कई घंटे में फाल्ट ठीक होने के बाद विद्युत आपूर्ति सुचारू हो पाती है। बिजली की आंख मिचौली से उपभोक्ताओं को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बोले किसान
निगम सर्दियों में भी बिजली कटौती कर रहा है। निर्बाध रूप से विद्युत आपूर्ति नहीं होने के कारण फसलों की सिचाई भी नहीं हो पा रही है।
- जगदीश सिंह, किसान
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रजवाहों की सफाई का कार्य पूरा नहीं होने के कारण अभी पानी नहीं छोड़ा गया है वहीं रोस्टर के हिसाब से बिजली नहीं मिल रही हैं।
- जगपाल सिंह, किसान इन्होंने कहा..
रोस्टर के हिसाब से विद्युत आपूर्ति की जा रही है। फाल्ट होने के कारण विद्युत आपूर्ति बाधित हो जाती है। फाल्ट ठीक करा कर विद्युत आपूर्ति सुचारू करा दी जाती है।
- आरपीएस तोमर, मुख्य अभियंता