प्रबंध निदेशक के आश्वासन पर कर्मचारियों का अनशन समाप्त
ऊर्जा निगम के मुख्य अभियंता कार्यालय पर डिबाई डिवीजन में गबन के मामले में दर्ज कराई एफआइआर को लेकर कर्मचारियों का अनिश्चित कालीन अनशन प्रबंध निदेशक के आश्वासन पर समाप्त हो गया।
जेएनएन, बुलंदशहर। ऊर्जा निगम के मुख्य अभियंता कार्यालय पर डिबाई डिवीजन में गबन के मामले में दर्ज कराई एफआइआर को लेकर कर्मचारियों का अनिश्चित कालीन अनशन प्रबंध निदेशक के आश्वासन पर समाप्त हो गया।
विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति तत्वावधान में 13 कर्मचारी और अवर अभियंता गुरुवार से विभागीय जांच से पहले आरोप पत्र नहीं देने और दर्ज कराई गई एफआइआर का खारिज कराने की मांग को लेकर अनशन पर थे। शुक्रवार को भी कर्मचारियों का अनशन जारी रहा। दोपहर बाद सिटी मजिस्ट्रेट ने अनशन स्थल पर पहुंच कर अनशन कर रहे कर्मचारियों से वार्ता की। समिति संयोजक सुरेंद्र सिंह ने बताया कि मुख्य अभियंता और प्रबंधक निदेशक से फोन पर वार्ता हुई जिसमें प्रबंध निदेशक ने विभागीय जांच से पहले कर्मचारियों को आरोप पत्र नहीं देने और विभागीय जांच जल्द से पूरी कराने का आश्वाशन दिया है। प्रबंध निदेशक से वार्ता के बाद सिटी मजिस्ट्रेट अभय कुमार मिश्र ने जूस पिलवा कर अनशन तुड़वाया। आश्वासन मिलने के बाद कर्मचारियों ने अनशन समाप्त कर दिया। अनशन पर संजय कुमार बघेल, ज्योति भाष्कार सिन्हा, राजू सक्सेना, समेत जिले भर टीजीटू और अवर अभियंता मौजूद रहे।
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यह अनशन में शामिल
कुलदीप शर्मा, विनोद कुमार, हरजीत सिंह, राधेश्याम, राकेश कुमार, धनंजय पटेल, अनिल आर्य, धर्मेंद्र गुप्ता, गजेंद्र पाल सिंह, सौरभ, वीरेंद्र सिंह, प्रमोद कुमार , राकेश कुमार, राहुल कीर्ति
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यह मामला
डिबाई डिवीजन में कई साल पहले 56 लाख रुपये से अधिक का गबन हुआ था। विजीलेंस ने की जांच रिर्पोट के आधार पर एमडी ने जांच में दोषी पाएं गए 30 कर्मचारियों और अवर अभियंताओं के खिलाफ मुकदाम दर्ज कराया था। विभाग ने मुकदमा दर्ज कराने के बाद दोषी कर्मचारियों को आरोप पत्र देने की तैयारी शुरू कर दी है।