चोला औद्योगिक क्षेत्र के किसानों ने घेरी तहसील
चोला औद्योगिक क्षेत्र के दस गांवों के किसानों ने भूमि अधिग्रहण कानून के तहत सर्किल रेट के तहत चार गुना मुआवजा देने व न मिलने की दशा में उनके नाम फिर से खसरा खतौनी में चढ़ाने की मांग को लेकर तहसील का घेराव कर धरना दिया।
सिकंदराबाद : चोला औद्योगिक क्षेत्र के दस गांवों के किसानों ने भूमि अधिग्रहण कानून के तहत सर्किल रेट के तहत चार गुना मुआवजा देने व न मिलने की दशा में उनके नाम फिर से खसरा खतौनी में चढ़ाने की मांग को लेकर तहसील का घेराव कर धरना दिया। एसडीएम ने किसानों की मांग को लेकर यूपीएसआइडीसी के एमडी व डीएम के समक्ष शीघ्र वार्ता कराने का आश्वासन देकर धरना समाप्त कराया।
सिकंदराबाद तहसील अन्तर्गत चोला रोड पर यूपीएसआइडीसी द्वारा दस गांवों की करीब 2604 एकड़ जमीन का अधिग्रहण के बाद किसान बढ़े रेटों के तहत मुआवजे की मांग को लेकर आंदोलित है। किसान नए भूमि अधिग्रहण कानून के तहत जमीनों के सर्किल रेट से चार गुना मुआवजे की मांग पर अड़े हैं। इसी मांग को लेकर सोमवार को चोला क्षेत्र के किसान सेवा समिति के बैनर तले प्राणगढ़ गांव पर एकत्र हुए। जहां से किसान सेवा समिति के संयोजक अजीत दौला के नेतृत्व में तहसील पहुंचे। तहसील परिसर का घेराव करते हुए जमकर नारेबाजी की।
इस दौरान किसानों ने कहा कि वे दस वर्ष से अपनी जमीन का हक मांगने के लिए आंदोलन कर रहा है, लेकिन प्रशासन किसानों की मांग को दूर करने बजाय उनकी जमीन पर कब्जा करना चाहता है। दोनों मांगों में एक मांग पूरी होने तक ही धरना जारी रखने का एलान किया। करीब तीन घंटे चले धरने के दौरान एसडीएम डा. वेदप्रकाश मिश्रा किसानों के बीच पहुंचे और जिलाधिकारी द्वारा 10 अक्टूबर तक उनकी यूपीएसआइडी के एमडी से वार्ता कराने का आश्वासन देकर धरना समाप्त कराया। अध्यक्षता समिति के अध्यक्ष मलखान ¨सह और संचालन रणवीर ¨सह ने किया।
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इन गांवों से पहुंचे किसान
सिकंदराबाद: चोला औद्योगिक क्षेत्र से पचौता, शहबाजपुर, कनकपुर, सरायदूल्हा, बोढ़ा, आढा, प्राणगढ़ समेत दस गांवों के किसान धरना प्रदर्शन में पहुंचे। जिसमें महिला, युवा व बच्चे भी शामिल रहे। महिला ने किया घेरा दफ्तर तो मचा हड़कंप
तहसील परिसर में धरने के दौरान भारी मात्रा में चोला क्षेत्र की महिला भी शामिल रही। दो घंटे तक धरने के दौरान प्रशासन की ओर से कोई वार्ता का संदेश न मिलने पर महिलाओं ने एसडीएम दफ्तर की ओर कूच कर दिया। जिससे प्रशासनिक अधिकारियों व पुलिस में हड़कंप मच गया। पुलिस ने एसडीएम आफिस को घेर लिया। एसडीएम के शीघ्र वार्ता करने के आश्वासन पर महिलाएं व किसान शांत हुए।
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इन्होंने कहा..
प्रशासन किसानों की मांग को लेकर गंभीर है। जिलाधिकारी के नेतृत्व में यूपीएसआईडीसी के एमडी से एक सप्ताह में किसानों के प्रतिनिधि मंडल से वार्ता का दिन निश्चित करा दिया जाएगा।
डा. वेदप्रकाश मिश्रा, एसडीएम, सिकंदराबाद
-- यूपीएसआइडीसी के एमडी से वार्ता कराने का दस अक्टूबर का आश्वासन मिला है। यदि फिर से वादा खिलाफी हुई, तो इस बार किसान आरपार की लड़ाई की रणनीति तैयार करेगा। जिसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।
अजित दौला, संयोजक, किसान सेवा समिति, चोला औद्योगिक क्षेत्र