भूमि को सुपोषित करेंगे किसान संगठन
अंधाधुंध उर्वरक और पेस्टीसाइट के प्रयोग से हो रही जमीन को किसान संगठन सुपोषित करेंगे। इसके लिए नामचीन संगठनों ने जिम्मेदार उठाई है। गुरु पूर्णिमा को भूमि सुपोषण जन अभियान का श्रीगणेश खेतों में मिट्टी के साथ हवन पूजन से किया जाएगा। इसके साथ ही क्षेत्रीय किसान खेतों की मिट्टी की हाथों में लेकर जमीन को सुपोषित करने का संकल्प लेंगे।
बुलंदशहर, जेएनएन। अंधाधुंध उर्वरक और पेस्टीसाइट के प्रयोग से हो रही जमीन को किसान संगठन सुपोषित करेंगे। इसके लिए नामचीन संगठनों ने जिम्मेदार उठाई है। गुरु पूर्णिमा को भूमि सुपोषण जन अभियान का श्रीगणेश खेतों में मिट्टी के साथ हवन पूजन से किया जाएगा। इसके साथ ही क्षेत्रीय किसान खेतों की मिट्टी की हाथों में लेकर जमीन को सुपोषित करने का संकल्प लेंगे।
भूमि सुपोषण अभियान देशभर में 13 अप्रैल से शुरू होगा। जनपद के बीबीनगर ब्लॉक क्षेत्र के गांव निसुरखा और तिसौना में हवन पूजन का आयोजन किया जाएगा। इसमें किसान परिवार सम्मिलित होंगे और विश्व हिदू परिषद, पतंजलि योगपीठ, भारतीय किसान संघ, आर्ट आफ लिविग आदि नामचीन संगठनों के नेतृत्व में हवन पूजन किया जाएगा। जीरो बजट प्राकृतिक खेती करने वाले किसान संजीव शर्मा को मेरठ और बुलंदशहर का राष्ट्रीय सहसंयोजक नियुक्त किया गया है।
ये संगठन करेंगे भूमि सुपोषित
ग्राम विकास, विद्या भारती, पर्यावरण गतिविधि, गंगा यात्रा, वनवासी कल्याण आश्रम, स्वदेशी जागरण मंच, सहकार भारती, राष्ट्रीय सेवा भारती, यूथ फॉर नेशन, लोकभारती, कृषि प्रयोग परिवार, गो विज्ञान अनुसंधान केंद्र, एकल विद्यालय, एकलव्य फाउंडेशन, अक्षय कृषि परिवार, भारतीय किसान संघ, ग्राम भारती, दीनदयाल शोध संस्थान, गोसेवा गतिविधि, सिद्धी गिरी मठ, इस्कॉन, श्री रामचंद्र मिशन, गायत्री परिवार, जोया ट्रस्ट, पतंजलि योगपीठ, ईशा फाउंडेशन, आर्ट आफ लिविग, विश्व हिदू परिषद, भारत सेवाश्रम संघ आदि समूह जमीन को सुपोषित करेंगे। ज्योतिबाफुले के विचारों को आत्मसात करने का लिया संकल्प
गुलावठी में सैनी समाज के लोगों ने महान समाजसेवी, विचारक, दार्शनिक एवं लेखक महात्मा ज्योतिबाफुले की जयंती पर उन्हें याद किया। नीरज सैनी ने कहा कि भारतीय इतिहास की सामाजिक चेतना में ज्योतिबाफुले का महत्वपूर्ण स्थान है। जाति प्रथा और छुआछूत के खिलाफ उन्होंने महान काम किया था। महिलाओं की शिक्षा पर भी उन्होंने काफी जोर दिया था। इस मौके पर चेतन सैनी, विवेक, अजय सैनी, निशांत गौरव, कृष्णा शास्त्री आदि लोगों ने ज्योतिबाफुले के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया। साथ ही उनके विचारों को आत्मसात करने का संकल्प लिया।