किसानों ने मुआवजे को लेकर फूंका डीएफसीसी का पुतला
खुर्जा के मदनपुर के निकट किसानों ने फ्रेट कॉरीडोर के लिए अधिग्रहित हुई जमीन के उचित मुआवजे की मांग को लेकर डीएफसीसी का पुतला दहन किया।
बुलंदशहर, जेएनएन। खुर्जा के मदनपुर के निकट किसानों ने फ्रेट कॉरीडोर के लिए अधिग्रहित हुई जमीन के उचित मुआवजे की मांग को लेकर डीएफसीसी का पुतला दहन किया। साथ ही मुआवजे की मांग शीघ्र पूरा नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी। उधर दूसरी तरफ गन्ने के रेटों को लेकर किसान सभा ने गन्ना मंत्री का पुतला दहन किया।
खुर्जा जंक्शन क्षेत्र के कई गांवों की जमीन को रेलवे द्वारा डेडीकेटेड फ्रेट कॉरीडोर के लिए अधिग्रहित किया गया है। जिसके उचित मुआवजे की मांग को लेकर किसान धरना-प्रदर्शन करते हुए आ रहे हैं। प्रशासनिक अधिकारियों आश्वासन पर किसानों ने फ्रेट कॉरीडोर का कार्य शुरू होने दिया था। अब रविवार को फिर से किसान गांव मदनपुर के निकट एकत्र हो गए। जहां उन्होंने अधिग्रहित जमीन के उचित मुआवजे की मांग को लेकर नारेबाजी की। जिसके बाद डीएफसीसी का पुतला दहन करते हुए अपना विरोध जताया। किसानों ने कहा कि अगर उन्हें उचित मुआवजा नहीं दिया गया, तो वह उग्र आंदोलन के लिए विवश होंगे। इसमें केहर सिंह, श्यौराज सिंह, ओंकार सिंह, निहाल, डिप्टी और गिरीश, कपिल मौजूद रहे। वहीं दूसरी तरफ किसान सभा के बैनर तले गांव मदनपुर के निकट काफी किसान एकत्र हो गए। जहां उन्होंने गन्ना रेट को लेकर चर्चा की। किसानों ने कहा कि गन्ने में लागत चार प्रतिशत तक बढ़ गई हैं, लेकिन उसके बाद भी गन्ने का मूल्य बढ़ाया नहीं गया है। जिसको लेकर किसानों ने गन्ना मंत्री का पुतला दहन करते हुए अपना विरोध जताया। इसमें मेघराज सोलंकी, मीरपाल सिंह, देंव्रद्र सिंह, रामवीर सिंह, अशोक सिंह, सोनू कुमार, नदीम खां, भूपेंद्र सोलंकी, हेमराज आदि रहे।