यूपी बोर्ड परीक्षाओं की फर्जी समय सारिणी हुई वायरल
जेएनएन बुलंदशहर कोरोना काल में सोमवार को यूपी बोर्ड हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट परीक्षाओं की समय सारिणी इंटरनेट मीडिया पर वायरल होने लगी। जिससे विद्यार्थियों की परेशानी बढ़ गई है। यह सूची वायरल होते ही बोर्ड में खलबली मच गई। अफसरों ने इसे फर्जी करार देकर डीआईओएस को एफआइआर कराने के निर्देश दिए।
जेएनएन, बुलंदशहर : कोरोना काल में सोमवार को यूपी बोर्ड हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट परीक्षाओं की समय सारिणी इंटरनेट मीडिया पर वायरल होने लगी। जिससे विद्यार्थियों की परेशानी बढ़ गई है। यह सूची वायरल होते ही बोर्ड में खलबली मच गई। अफसरों ने इसे फर्जी करार देकर डीआईओएस को एफआइआर कराने के निर्देश दिए।
दरअसल, उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट की परीक्षाएं अप्रैल और मई माह में प्रस्तावित थीं, लेकिन बढ़ते कोरोना संक्रमण की वजह से बोर्ड ने यह परीक्षाएं अग्रिम आदेश तक स्थगित कर दीं। हालांकि अभी तक परीक्षाएं कब होगी इसके लिए कोई तिथि घोषित नहीं की। सोमवार को यूपी बोर्ड परीक्षाओं को पांच से 25 जून तक कराए जाने की समय सारिणी इंटरनेट मीडिया पर वायरल होने लगी। जैसे ही यह विद्यार्थियों के मोबाइल पर पहुंची तो उनकी परेशानी बढ़ गई। अफसरों के पास भी पहुंचने पर फोन घनघनाने लगे। विद्यालय के प्रधानाचार्य भी इसकी जानकारी करने के लिए डीआइओएस कार्यालय में फोन करने लगे। जानकारी बोर्ड मुख्यालय तक पहुंची तो अफसरों ने मामले को संज्ञान लिया। माध्यमिक शिक्षा परिषद के सचिव दिव्यकांत शुक्ल ने आदेश जारी करते हुए बताया कि यह समय सारिणी पूरी तरह से फर्जी है। कहा कि अभी बोर्ड परीक्षाओें की कोई तिथि जारी नहीं हुई। उन्होंने डीआईओएस को आदेश देकर इस तरह की भ्रांमक सूचनाओं को वायरल करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने लिए भी कहा। जिस पर डीआईओएस ने वायरल समय सारिणी को फर्जी कराकर करते हुए सूचना सार्वजनिक की। इन्होंने कहा ..
इंटरनेट मीडिया पर वायरल समय सारिणी पूरी फर्जी है। विद्यार्थी ऐसी भ्रांमक सूचनाओं पर ध्यान न दें और अपनी तैयारी करते रहें। बोर्ड की ओर से अभी हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षाओं की कोई तिथि जारी नहीं हुई है। जैसे ही कोई तिथि बोर्ड जारी करेगा उसकी जानकारी दी जाएगी। यदि कोई फर्जी समय सारिणी वायरल करता है तो उस पर कार्रवाई की जाएगी। -शिवकुमार ओझा, डीआईओएस