पानी डलवाकर चार ईंठ-भट्ठों की बुझाई आग
एनजीटी के आदेश का पालन करने और प्रदूषण की रोकथाम में लगे अफसरों ने जिले के चार ईंट-भट्ठों पर कार्रवाई की। उनमें फूंकी गई आग पर पानी डलवाकर ठंडा कराया।
जेएनएन, बुलंदशहर। एनजीटी के आदेश का पालन करने और प्रदूषण की रोकथाम में लगे अफसरों ने जिले के चार ईंट-भट्ठों पर कार्रवाई की। उनमें फूंकी गई आग पर पानी डलवाकर ठंडा कराया।
दरअसल, एनसीआर क्षेत्र में बढ़ते प्रदूषण की रोकथाम के लिए एनजीटी में मामला विचाराधीन है। जिसमें केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को रिपोर्ट प्रस्तुत करनी है। इस रिपोर्ट के आधार पर एनसीआर क्षेत्र में चल रहे ईंट-भट्ठों के संचालन पर निर्णय लिया जाएगा। 11 तारीख को मामले में सुनवाई लगी है। ऐसे में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अफसर अग्निशमन विभाग और स्थानीय प्रशासनिक अफसरों संग जिलेभर में चेकिग अभियान चला रहे हैं। जहां ईंट-भट्ठे संचालित मिल रहे हैं, उन्हें बंद करा रहे हैं। इन पर की कार्रवाई
मोनिका ब्रिक फील्ड, हरचना, बुलंदशहर।
ओम ब्रिक फील्ड जाहिदपुर, सिकंदराबाद।
मै. जय माता ब्रिक फील्ड, बड़ौदा, सिकंदराबाद।
मै. बालाजी ईंट उद्योग, जाहिदपुर, सिकंदराबाद। इन्होंने कहा
एनसीआर क्षेत्र में ईंट-भट्ठों का संचालन पर फिलहाल एनजीटी ने रोक लगा रखी है। जिसका अनुपालन कराने के लिए अग्निश्मन विभाग के सहयोग से ईंट-भट्ठों पर कार्रवाई की जा रही है।
कुंवर संतोष कुमार, अभियंता, क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड।
निफ्टेक मामले में जांच को पहुंची क्राइम ब्रांच
18 माह में दोगुना करने के नाम पर करोड़ों रुपये लेकर फरार हुए निफ्टेक कंपनी के एक निदेशक के आवास पर हापुड़ क्राइम ब्रांच ने पहुंचकर जांच की।
जनपद हापुड़ के गांव चांदनेर में कई वर्षो से 18 माह में धन दोगुना करने वाली कंपनी निफ्टेक ग्लोबल का संचालन किया जा रहा था। कंपनी ने मार्च 2020 से इंवस्टर्स की रकम नहीं लौटाई। इस पर इंवेस्टर्स में हड़कंप मच गया। लोगों ने कंपनी के डायरेक्टर और एजेंटों से बात की तो उन्हें टरकाया जाता रहा। अचानक कंपनी के पांचों डायरेक्टर फरार हो गए थे। इसके बाद लोगों ने रिपोर्ट दर्ज कराई। इसमें चांदनेर निवासी एजेंट मुकेश व संजीव चौहान के खिलाफ भी रिपोर्ट दर्ज की गई। फिलहाल वह जमानत पर हैं। कंपनी के पांचों डायरेक्टर के खिलाफ नरसैना, डहराकुटी सहित कई थानों में रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। रिपोर्ट दर्ज होते ही सभी फरार हो गए। आज तक वह पकड़े नहीं जा सके। कंपनी का एक डायरेक्टर अशोक चौहान थाना नरसैना क्षेत्र के गांव भड़काऊ का रहने वाला है। सोमवार को हापुड़ क्राइम ब्रांच की टीम भड़कऊ आई और जांच कर वापस लौट गई।