परीक्षा केन्द्र का ताला खुला नहीं, परीक्षा कराने की तैयारी
यूपी बोर्ड परीक्षा-2020 के परीक्षार्थियों की प्रयोगात्मक परीक्षाएं 15 दिसंबर से शुरू होने वाली हैं। शासन भी परीक्षाओं को लेकर सख्त है।
बुलंदशहर, जेएनएन : यूपी बोर्ड परीक्षा-2020 के परीक्षार्थियों की प्रयोगात्मक परीक्षाएं 15 दिसंबर से शुरू होने वाली हैं। शासन भी परीक्षाओं को लेकर सख्त है। बावजूद इसके जिले में अधिकांश कालेजों की लैब के ताले नहीं खुले हैं। जहां पर लैब खुली भी हैं, वहां पर जाले नहीं हटे हैं। शहर से देहात तक तमाम ऐसे कालेजों की भरमार है। ऐसे में परीक्षार्थी बिना प्रैक्टिकल के ही प्रयोगात्मक परीक्षा में शामिल होंगे। ऐसे में बोर्ड के अनुरूप प्रयोगात्मक परीक्षा कराना बड़ी चुनौती होगी। बोर्ड ने सीसीटीवी की निगरानी में बोर्ड परीक्षा कराना और मांगे जाने पर रिकार्ड उपलब्ध कराने के निर्देश जारी किए हैं। सीन-1-शहर के जीजीआइसी इंटर कालेज में शुक्रवार को लैब का हाल-बेहाल था। लैब के अंदर राज मिस्त्री काम करते मिले। मजदूरों ने बताया कि पिछले दो माह से यहां काम चल रहा है। लैब में कोई उपकरण, सामान या फर्नीचर भी नजर नहीं आया। छात्राओं ने बताया कि रसायन और भौतिक विज्ञान का अभी तक कोई प्रैक्टिकल नहीं कराया गया है। सीन-2- खुर्जा के गांधी रोड स्थित जेएएस इंटर कालेज में लैब का ताला खुला मिला। लेकिन लैब में कोई उपकरण नजर नहीं आया और प्रैक्टिकल भी नहीं हो रहे थे। छात्रों ने बताया कि पिछले दो साल से यहां कोई प्रैक्टिकल नहीं हुआ है। छात्रों ने एक-दो बार शिक्षकों से कहा भी। लेकिन जल्द प्रैक्टिकल कराने का आश्वासन देकर चलता कर दिया। इन्होंने कहा.
कालेजों में प्रैक्टिकल जुलाई माह से ही हो रहे हैं। प्रयोगात्मक परीक्षा उन्हीं कालेजों में होगी, जिनमें लैब सही है। आठ से दस कालेजों के परीक्षार्थियों के लिए एक ही कालेज को केन्द्र बनाया जाएगा। सीसीटीवी की निगरानी में ही प्रैक्टिकल होगा। प्रधानाचार्यों से पता भी करेंगे और निरीक्षण कर लैब का हाल भी देखेंगे।
-आरके तिवारी-डीआइओएस