कुर्की के नाम पर खानापूर्ति कर लौटी ईओडब्ल्यू
बाइक बोट घोटाले में सैकड़ों निवेशकों से हुए अरबों के फर्जीवाड़े में
जेएनएन, बुलंदशहर। बाइक बोट घोटाले में सैकड़ों निवेशकों से हुए अरबों के फर्जीवाड़े में ईओडब्ल्यू का शिकंजा कसता जा रहा है। जांच एजेंसी की मांग पर गौतमबुद्ध नगर की एफटीसी-2 कोर्ट ने वांछित भूदेव के घर कुर्की करने पहुंची जरूर, लेकिन खानापूर्ति कर लौट गई। कुर्की के नाम पर कुछ सामान ही ले गई।
अरबों रुपये के बाइक बोट घोटले में अब बुलंदशहर के लोगों पर कार्रवाई शुरू हो गई है। मंगलवार को ईओडब्ल्यू मेरठ प्रभारी नीतू राणा व इंस्पेक्टर केके शर्मा पांच सदस्यों की टीम के साथ यहां बुलंदशहर के अनंता एनक्लेव निवासी भूदेव सिंह के घर पहुंचे। घोटाले में भूदेव का नाम भी प्रकाश में आया था, जिसके बाद नोएडा पुलिस ने शिकंजा कसते हुए मुकदमा दर्ज कर लिया था। मामले की जांच ईओडब्ल्यू मेरठ की टीम कर रही है। गौतमबुद्ध नगर कोर्ट के आदेश के बाद ईओडब्ल्यू टीम यहां भूदेव के मकान पर पहुंची। कोतवाली नगर पुलिस को साथ लेकर भूदेव के मकान पर कुर्की शुरू की। इस दौरान आसपास के कुछ लोगों को भी बुलवाया। उनके सामने कुर्की के नाम पर महज खानापूर्ति कर टीम लौट गई। इस बावत कोतवाली नगर प्रभारी निरीक्षक अखिलेश त्रिपाठी ने बताया कि कुर्की में क्या-क्या ले गए, इसकी जानकारी टीम ने नहीं दी है। उधर, ईओडब्ल्यू के एसपी सुरेश कुमार ने बताया कि क्या-क्या कुर्क किया गया, इस बावत अभी लिखा-पढ़ी चल रही है, इसकी जानकारी बुधवार को दी जाएगी। युवती लापता, युवक पर रिपोर्ट दर्ज
कोतवाली क्षेत्र के गांव निवासी ने पुलिस को बताया कि गत 13 फरवरी को उसकी पुत्री घर अकेली थी। परिवार के अन्य लोग किसी काम से बाहर गए हुए थे। इस दौरान गांव निवासी युवक घर पहुंचा और उसकी 20 वर्षीय पुत्री को बहला फुसलाकर कहीं ले गया। इसकी जानकारी आसपास के लोगों ने बतायी। आसपास तलाशने के बाद भी कोई पता नहीं चल सका। पुलिस ने पीड़ित पिता की तहरीर पर गांव निवासी युवक कैलाश के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर तलाश शुरू कर दी है।