सड़क तक अतिक्रमण से लगता है जाम, नहीं कोई समाधान
अतिक्रमण हटाने के लिए प्रशासन ने नहीं की कोई ठोस तैयारी कस्बे के लोगों का जाम से दो-चार होना दिनचर्या में शामिल हो गया है। सुबह से शाम तक अधिकांश मार्ग जाम की गिरफ्त में रहते हैं।
बुलंदशहर, जेएनएन। कस्बे के लोगों का जाम से दो-चार होना दिनचर्या में शामिल हो गया है। सुबह से शाम तक अधिकांश मार्ग जाम की गिरफ्त में रहते हैं।
छतारी क्षेत्र से हाईवे-93 और खुर्जा क्षेत्र से निकल रहे हाईवे-91 की तरफ जाने वाले वाहन पहासू कस्बे से ही होकर निकलते हैं। जिससे प्रतिदिन हजारों वाहनों का यहां से आवागमन होता है। बीच कस्बे से होकर मार्ग के निकलने के चलते सड़क के दोनों तरफ दुकानें और ठेली लगाने वालों की भरमार है, जो सड़क तक अपना कब्जा जमाए रहते हैं। ऐसे में मार्ग से निकलने वाले वाहनों के लिए स्पेस काफी कम बचता है और सुबह से ही जाम लगना शुरू हो जाता है। राहगीर भी घंटों जाम के झाम में फंसे रहते हैं। महज डेढ़ किलोमीटर की दूरी तय करने में करीब एक घंटे तक का लग जाता है। इस समस्या से निजात पाने को कस्बे के लोगों बाईपास बनाने का प्रस्ताव भी प्रशासनिक अधिकारियों समक्ष रख चुके हैं, लेकिन सुनवाई होती दिखाई नहीं दे रही है। वहीं अब त्रिवेणी शुगर मिल का पेराई सत्र शुरू होने के बाद गन्ने से लदे वाहनों ने जाम की समस्या अधिक बढ़ा दी है।
बोले लोग.
सड़क तक ठेली लगी रहती हैं। यदि ठेली संचालकों को एक निश्चित जगह पर शिफ्ट कर दिया जाए, तो जाम से निजात मिल सकती है।
-विकास यादव, पहासू। हाईवे-93 और हाईवे-91 के अलावा शिकारपुर की तरफ जाने वाले लोग भी पहासू कस्बे से होकर ही निकलते हैं। जिस कारण मार्ग पर वाहनों का अधिक दबाव रहता है।
-रामकिशन शर्मा, पहासू। अगर पहासू कस्बे को बचाते हुए बाईपास बन जाए, तो कस्बे में लगने वाले जाम से निजात मिल सकेगी। जिसको लेकर प्रशासन से भी शिकायत की गई है।
-विपिन शर्मा, पहासू। जाम के कारण लोगों को काफी परेशानी होती है। जाम से निजात दिलाने की दिशा में पुलिस-प्रशासन को सख्त कदम उठाने चाहिए।
--किशनपाल, पहासू।
इन्होंने कहा..
सड़क किनारे तक अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ कई बार अभियान चलाकर जुर्माना वसूला गया है। जिसके बाद भी अगर वह लोग नहीं मान रहे हैं, तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
--अरिवंद कुमार मिश्र, ईओ नगर पंचायत पहासू।