खाने-पीने की नहीं रहेगी समस्या, होगी होम डिलीवरी
होम आइसोलेट किए लोगों अस्पताल में भर्ती मरीजों के अलावा सिगल रहने वालों को अब खाने-पीने की समस्या से नहीं जूझना पडे़गा। भोजन खाने-पीने की वस्तुओं की होम डिलीवरी करने वाली कंपनियों सहित रेस्टोरेंट के कर्मचारियों को लाकडाउन या कोरोना कर्फ्यू में आने-जाने की छूट रहेगी। डीएम ने इस संबंध में निर्देश जारी किए हैं। शासन के निर्देश पर डीएम ने अधीनस्थों को यह फरमान जारी किया है। एसएसपी को भी इस संबध में पत्र लिखा है।
बुलंदशहर, जेएनएन। होम आइसोलेट किए लोगों, अस्पताल में भर्ती मरीजों के अलावा सिगल रहने वालों को अब खाने-पीने की समस्या से नहीं जूझना पडे़गा। भोजन, खाने-पीने की वस्तुओं की होम डिलीवरी करने वाली कंपनियों सहित रेस्टोरेंट के कर्मचारियों को लाकडाउन या कोरोना कर्फ्यू में आने-जाने की छूट रहेगी। डीएम ने इस संबंध में निर्देश जारी किए हैं। शासन के निर्देश पर डीएम ने अधीनस्थों को यह फरमान जारी किया है। एसएसपी को भी इस संबध में पत्र लिखा है।
दरअसल, जिले के विभिन्न सरकारी एवं गैर सरकारी कार्यालय में ऐसे भी लोग हैं जो सिगल रहते हैं। जबकि अस्पताल में मरीज भर्ती है। उनका उपचार करने में चिकित्सक लगे हैं। कोरोना की रोकथाम के लिए जिले में 17 मई तक लाकडाउन या कोरोना कफ्यूर्् लागू हैं। जिसकी वजह से जरूरी आपूर्तियों की वस्तुओं की दुकानों को छोड़कर सब कुछ बंद हैं। ऐसे में सिगल रहने वाले और अस्पताल में भर्ती मरीज एवं चिकित्सकों के लिए खाने-पीने की समस्या पैदा हो रही है। जिसको ध्यान में रखते हुए खाने की होम डिलीवरी करने वाली स्वीगी, जोमेटो जैसी कंपनियों की सेवाएं लाकडाउन या कोरोना कफ्यूर्् में चालू रहेंगी। कोविड, नान कोविड अस्पतालों के चिकित्सक और मरीजों को खाना पहुंचाने वाले रेस्टोरेंट कर्मचारियों को भी इस दौरान आने-जाने की छूट मिलेगी। डीएम ने शासन के निर्देश पर एसएसपी, एडीएम ई और नगर मजिस्ट्रेट को इस संबंध में पत्र जारी किया है।
दहशत को अपने ऊपर न होने दें हावी
दानपुर में संक्रमण की चपेट में आने पर हौंसला बनाए रखे, आपका कोरोना कुछ नहीं बिगाड़ सकता। नियमित उपचार, अच्छे भोजन के साथ कुछ देर व्यायाम करें और गुनगुना पानी पीएं। हो सके तो कुछ देर धूप में घूमे। संक्रमण स्वयं हार मानकर चला जाएगा। यह अनुभव नगर के अर्पित चतुर्वेदी ने संक्रमण से उबरने के बाद व्यक्त किए हैं। अर्पित चतुर्वेदी कुछ दिन पूर्व ही कोरोना संक्रमित हुए थे। चिकित्सकों ने उन्हें होम आइसोलेट किया था। अब उनकी रिपोर्ट नेगेटिव आ गई है, और वह पूर्ण तरीके से स्वस्थ है। हालांकि उन्होंने अब भी अपने को लोगों से दूर कर रखा है। अर्पित चतुर्वेदी कहते हैं, कि संक्रमण से ज्यादा लोगों को भय परेशान कर रहा है। इस भय की वजह से ही लोग जिदंगी हार रहे हैं। इसीलिए भय को अपने ऊपर हावी न होने दें, संक्रमण आपका कुछ नहीं बिगाड़ सकता। स्वयं को मजबूत प्रेषित करते हुए स्वजन को हौंसला बढ़ाएं। जिससे परिवार के लोग भी मजबूत होकर इस संक्रमण से लड़ने को तैयार रहें।