कूड़े के ढेर पर लहलहाने लगे पौधे और फूल
नगर से गुजर रहे हाईवे की सड़कों के दोनों ओर बिखरा कूड़ा सिकंदराबाद की पहचान बनने लगा था। नगर पर लगे इस कलंक को मिटाने को पालिका की मुहिम रंग लाई गई है। कूड़ा डालने के स्थल पर मिट्टी भराव करा रोपे गए। यहां अब लहराती फूलवारी नगर को नई पहचान दे रही है।
सिकंदराबाद: नगर से गुजर रहे हाईवे की सड़कों के दोनों ओर बिखरा कूड़ा सिकंदराबाद की पहचान बनने लगा था। नगर पर लगे इस कलंक को मिटाने को पालिका की मुहिम रंग लाई गई है। कूड़ा डालने के स्थल पर मिट्टी भराव करा रोपे गए। यहां अब लहराती फूलवारी नगर को नई पहचान दे रही है।
एनएच 91 स्थित गाजियाबाद व दिल्ली से सिकंदराबाद नगर आने वाले मुख्य मार्ग के दोनों ओर शहर का कचरा वर्षों से डाला जा रहा था। गंदगी पर आवारा पशुओं व पक्षियों के कूड़े पर मंडाराने के साथ उठती दुर्गंध लोगों को परेशान करती थी। पिछले साल पालिका प्रशासन ने हाईवे पर लगे गंदगी के कलंक को दूर करने के लिए कूड़े को मिट्टी में दबवा दिया। सड़क किनारे कूड़ा डालने के इस स्थल पर पीपल के सैकड़ों पेड़, कन्हेर, गुड़हल समेत विभिन्न प्रजातियों के फूल व बेलों के पौधे रोपकर सींचने की जिम्मेदारी को पालिका ने बखूबी निभाया। अब नगर आने वाले मार्ग पर एक ओर करीब पांच हजार मीटर व दूसरी ओर से एक हजार मीटर तक बने पुराने कूड़ा डालने के स्थल पर पीपल के पौधे पेड़ बनने लगे हैं। दोनों ओर कन्हेर व गुड़हल के पेड़ फूलों से लद गए हैं। इससे सिकंदराबाद नगर पर लगा गंदगी का कलंक मिटाने की मुहिम में पालिका प्रशासन कामयाब हुआ है। दिल्ली व गाजियाबाद से सिकंदराबाद वाले नगर के इस मार्ग को अब नई पहचान मिली है। ककोड़ व दनकौर के मार्ग पर भी लगेंगे पौधे
प्रशासन की मुहिम यदि रंग लाई तो सिकंदराबाद आने वाले दनकौर व ककोड़ रोड के सड़क किनारे पालिका द्वारा डाले गए कूड़े को मिट्टी से भराव कराने के बाद खत्म कर दिया जाएगा। यहां पालिका का प्रयास नीम, छायादार पौधे व फुलवारी लगाने का है। हालांकि अभी यह योजना बजट के अभाव के कारण योजना शुरू नहीं हो सकी है। इन्होंने कहा..
शहर आने वाले प्रमुख मार्ग पर सड़कों किनारे गंदगी से निजात दिलाने को यह कवायद की गई। अब ककोड़, दनकौर, गुलावठी रोड पर शीघ्र सड़कों के किनारे पड़े कूड़े को मिट्टी से दबाकर वहां पौधे रोपे जाएंगे।
डा. वेदप्रकाश मिश्रा, एसडीएम/प्रभारी
नगरपालिका सिकंदराबाद।