डोजर खराब, फाइलों में बढ़ रहा क्लोरीन का हिसाब
नगरपालिका की कारगुजारियां भी खूब हैं। पिछले एक साल से खराब पड़े डोजर भी लिक्विड क्लोरीन पी रहे हैं। ओवरहेड टैंक में क्लोरीन मिल नहीं रही है और क्लोरीन खर्च का हिसाब बढ़ रहा है। शहर में बीस से अधिक नलकूपों के डोजर खराब हैं लेकिन इनकी सुध नहीं ली जा रही है।
बुलंदशहर, जेएनएन। नगरपालिका की कारगुजारियां भी खूब हैं। पिछले एक साल से खराब पड़े डोजर भी लिक्विड क्लोरीन पी रहे हैं। ओवरहेड टैंक में क्लोरीन मिल नहीं रही है और क्लोरीन खर्च का हिसाब बढ़ रहा है। शहर में बीस से अधिक नलकूपों के डोजर खराब हैं, लेकिन इनकी सुध नहीं ली जा रही है।
शहरवासियों की प्यास बुझाने को पालिका के शहर में 37 नलकूप हैं। पानी की कठोरता कम कर शुद्ध करने के लिए पानी में क्लोरीन मिलाया जाता है। क्लोरीन के मिश्रण के लिए नलकूपों के निकासी पाइप पर डोजर लगाए गए हैं। इन डोजर के द्वारा पानी में लिक्विड क्लोरीन का मिश्रण होता है। लेकिन पिछले एक साल से बीस से अधिक नलकूपों पर डोजर खराब हैं। डोजर खराब होने से क्लोरीन का मिश्रण नहीं हो रहा है। लेकिन पालिका के रिकार्ड में डोजर बराबर क्लोरीन का मिश्रण कर रहे हैं। पानी में मिलने वाली क्लोरीन का बजट भी हर माह खर्च हो रहा है। प्रतिमाह हजारों रुपये खर्च हो रहे हैं। क्लोरीन मिश्रण नहीं होने की कई बार सभासदों ने शिकायत भी की। लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। ये आलम तो तब है, जबकि पालिका प्रतिमाह प्रत्येक घर से 50 रुपये वाटर टैक्स वसूलती है।
किडनी फेल से कैंसर तक का खतरा
क्लोरीन पानी की कठोरता को कम कर देता है। दूषित पानी पीने से व्यक्ति को पेट संबंधी बीमारियां हो जाती हैं। क्योंकि पानी में तमाम तरह के मेटल होते हैं। आर्सेनिक, लोहा, कॉपर, साल्ट, एल्यूमिनियम आदि होते हैं। पानी अगर अशुद्ध है तो इंसान को किडनी फेल, पेट खराब, मल सूखना, पथरी होने से लेकर हेपेटाइटिस और कैंसर तक हो सकता है।
इन्होंने कहा..
डोजर खराब का मामला संज्ञान में हैं। 14वें वित्त से फिलहाल 10 डोजर खरीदने का प्रस्ताव बनवा रहे हैं। खराब डोजर पर क्लोरीन का बिल बन रहा है तो इसकी जांच कर कार्रवाई की जाएगी।
- निहालचंद, ईओ पालिका