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जिले की बिगड़ रही आबोहवा, एक्यूआइ 361 पर

जनपद में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ रहा है। हवा खराब होने के कारण लोगों को सांस लेने में दिक्कतें महसूस हो रही हैं। अक्टूबर के आखिर में एयर क्वालिटी इंडेक्स 361 तक पहुंच गया है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 30 Oct 2020 05:36 PM (IST)Updated: Fri, 30 Oct 2020 05:36 PM (IST)
जिले की बिगड़ रही आबोहवा, एक्यूआइ 361 पर
जिले की बिगड़ रही आबोहवा, एक्यूआइ 361 पर

बुलंदशहर, जेएनएन। जनपद में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ रहा है। हवा खराब होने के कारण लोगों को सांस लेने में दिक्कतें महसूस हो रही हैं। अक्टूबर के आखिर में एयर क्वालिटी इंडेक्स 361 तक पहुंच गया है। हवा की गुणवत्ता खराब होने से जनपद पिछले कई दिनों से रेड जोन में है। हालांकि यह आंकड़ा उतना खतरनाक नहीं है, लेकिन इसमें बढ़ोतरी हुई तो शहर की खराब सूरत की ओर इशारा कर देगी। जिले में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए जिला प्रशासन, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी भी चितित होने लगे हैं क्योंकि आए दिन कूड़ा-करकट जलने, फसल अवशेष जलाने और निर्माण कार्य के दौरान धूल उड़ाने के मामले सामने आ रहे हैं। वहीं बढ़ते वाहनों का धुआं भी एक्यूआई को खतरे तक पहुंचा रहा है। वायु प्रदूषण के कारण सांस और दमा के मरीजों की परेशानी बढ़ने लगी हैं। प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए जिला प्रशासन तमाम प्रयास कर रहा है, लेकिन लोगों की लापरवाही के चलते स्तर बढ़ता जा रहा है। विशेषज्ञों की मानें तो प्रदूषण को अभी नियंत्रित कर लिया गया तो ठीक है। अन्यथा आने वाले समय में इसके घातक परिणाम हो सकते हैं। - मास्क है सर्वश्रेष्ठ

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डा. पंकज उपाध्याय ने बताया कि कोरोना काल में जो मास्क लगाने की परंपरा शुरु हुई है। यह सर्वश्रेष्ठ है। यह कोरोना संक्रमण के साथ प्रदूषण से भी लोगों को बचाएगी। बूढ़े-बच्चे सभी मास्क जरूर लगाएं। इससे कफ और कोल्ड की भी समस्या नहीं होगा। साथ ही रसायनिक कण फेफड़ों तक नहीं पहुंच सकेंगे। - प्रदूषण रोकने की इन पर है जिम्मेदारी

एनजीटी के निर्देश पर प्रदूषण की रोकथाम के लिए जिला प्रशासन ने कई विभागों के अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की है। इसमें नगरपालिका, बीडीए, कृषि विभाग, परिवहन विभाग, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, जल निगम आदि शामिल हैं। डाक्टर बोले-----

डा. दिनेश कुमार का कहना है कि इन दिनों शुरुआती ठंड के कारण वायरल जैसी बीमारियां बढ़ रही हैं। यह ठंड खासकर बच्चों और बूढ़ों के लिए खतरनाक है। जिलेभर में निर्माण कार्य चल रहे हैं। उसकी वजह से वायु प्रदूषण भी बढ़ रहा है। सांस, आंख और फेफड़ों के रोगियों को खासकर बचना होगा। इसके लिए कम से कम बाहर निकलें। मास्क और चश्मा जरूर लगाएं।


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