उगते सूर्यदेव भगवान को अर्घ्य देकर श्रद्धालुओं ने मनाया छठ महापर्व
सूर्य उपासना के सबसे बड़े महापर्व पर्व छठ मइया की पूजा के लिए शनिवार की तड़के व्रती और श्रद्धालु उदय होते भगवान सूर्यदेव को अर्घ्य देने के लिए सुबह तीन बजे से वलीपुरा गंगा नहर घाट पर पहुंचने शुरू हो गए। महिलाओं ने सूप में पूजन सामग्री लेकर जल में खड़े होकर भगवान सूर्यदेव की आराधना कर देश में शांति और महामारी संक्रमण के खात्मे की मन्नत मांगी।
जेएनएन, बुलंदशहर। सूर्य उपासना के सबसे बड़े महापर्व पर्व छठ मइया की पूजा के लिए शनिवार की तड़के व्रती और श्रद्धालु उदय होते भगवान सूर्यदेव को अर्घ्य देने के लिए सुबह तीन बजे से वलीपुरा गंगा नहर घाट पर पहुंचने शुरू हो गए। महिलाओं ने सूप में पूजन सामग्री लेकर जल में खड़े होकर भगवान सूर्यदेव की आराधना कर देश में शांति और महामारी संक्रमण के खात्मे की मन्नत मांगी।
लोक आस्था और सूर्य उपासना के महापर्व का उगते सूर्य को व्रती और श्रद्धालुओं द्वारा विधि-विधान के साथ पूजा-अर्चना कर अर्घ्य देकर समापन हो गया। सुबह तीन बजे से ही व्रती और श्रद्धालु गंगानहर घाट पर पहुंचने शुरू हो गए। व्रती और श्रद्धालुओं ने जल में खड़े होकर सूर्य उदय तक भागवान भास्कर की बांस के सूप में हल्दी का पौधा, नारियल, अरबी, सुथनी, गन्ना, शकरकंदी, सिघाड़ लोबिया, मूली, सेब, संतरा, शरीफा सिर और हाथों में लेकर कठिन आराधना की। इससे पहले महिलाओं ने छठी मैया की विधि-विधान से पूजा-अर्चना कर परिवार और संतान की सुख समृद्धि की कामना की। भगवान सूर्य देव को अर्घ्य देने के बाद व्रतियों ने पूजा अर्चना के बाद प्रसाद ग्रहण कर अपना व्रत खोला। इस दौरान एसडीएम अशीष कुमार सिंह, कुश्श्रेवर यादव, सुनील श्रीवास्तव समेत कमेटी के अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे।
संवाद सहयोगी, खुर्जा: खुर्जा और आसपास के काफी लोग शनिवार सुबह को मूंडाखेड़ा के निकट से होकर जा रही अपर गंग नहर पर पहुंच गए। सूर्योदय होने पर जल में खड़े होकर दूध, गंगाजल और पानी से महिलाओं ने भगवान सूर्य को अर्घ्य दिया। इस मौके पर सुहागिनों ने एक-दूसरे की मांग में सिदूर लगाकर सौभाग्यवती होने की कामना की। घाट पर महिलाओं ने ली सेल्फी
महिलाओं ने गंगानहर घाट पर भगवान सूर्यदेव की आराधना के दौरान समृति के लिए सेल्फी भी ली। छठ मइया के गीतों से महापर्व का समापन
उगा हो सूरज देव, कांच ही बांस के बहंगिया लचकत जाएं, सोने के खडाऊं ए दीनानाथ, जल्दी उगी आज आदित गोसाई.. आदि गीत गाकर छठ मइया और सूर्य देव की उपासना के गीत गाते हुए महिलाओं ने छठ मइया से मनौती मांगी।