अदालत पहुंच जांच अधिकारी ने दर्ज कराए बयान
शहर के बहुचर्चित सामूहिक दुष्कर्म व हत्या के मामले में अदालत पहुंचे जांच अधिकारी ने बयान दर्ज करवा दिए है। बयान लेने के बाद कोर्ट ने टोल प्लाजा की सीसीटीवी फुटेज को भी चलवा कर देखा।
जेएनएन, बुलंदशहर। शहर के बहुचर्चित सामूहिक दुष्कर्म व हत्या के मामले में अदालत पहुंचे जांच अधिकारी ने बयान दर्ज करवा दिए है। बयान लेने के बाद कोर्ट ने टोल प्लाजा की सीसीटीवी फुटेज को भी चलवा कर देखा।
दो साल पहले दो जनवरी को नगर के चांदपुर रोड की रहने वाली 12वीं की छात्रा को कार सवार तीन युवकों ने अगवा कर लिया था। सामूहिक दुष्कर्म के बाद पहचान छिपाने के मकसद से छात्रा की हत्या कर दी थी। शव को भी दादरी क्षेत्र में नहर में डाल दिया गया था। घटना के 24 घंटे बाद जब शव बरामद हुआ तो पुलिस ने जांच-पड़ताल करते हुए सिकंदराबाद निवासी दिलशाद, इजराइल तथा जुल्फिकार को जेल भेजा था। अदालत में जब सुनवाई शुरू हुई तो कोर्ट के समक्ष स्लाइड रिपोर्ट भी पेश की गई। मामले के तत्कालीन जांच अधिकारी धनंजय मिश्र ने बुधवार को कोर्ट पहुंच कर बयान दर्ज करवा दिए। इसके बाद कोर्ट ने घटना में प्रयुक्त कार को अदालत में मंगवाई, साथ ही टोल प्लाजा की वो सीसीटीवी फुटेज भी मंगवाई और चलवा कर देखी जो अगवा के दौरान रिकार्ड हुई थी।
तीन लोगों के खिलाफ मारपीट की रिपोर्ट दर्ज
डिबाई क्षेत्र के गांव खरिकवारी निवासी एक महिला ने गांव के ही तीन लोगों के खिलाफ मारपीट व जाने से मारने की धमकी देने की रिपोर्ट दर्ज कराई है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
कोतवाली क्षेत्र के गांव खरिकवारी निवासी रूपवती पत्नी राम सिंह ने कोतवाली में दर्ज कराई रिपोर्ट में बताया कि 13 नवंबर को उसी के गांव निवासी कैलाश पुत्र यशपाल, ममता पत्नी कैलाश एवं खुशबू पुत्री यशपाल ने उसके साथ गाली गलौच करते हुए मारपीट की थी। विरोध करने पर आरोपित उसे जान से मारने की धमकी देने लगे। पुलिस ने पीड़िता की तहरीर पर कैलाश, ममता एवं खुशबू के खिलाफ मामले की रिपोर्ट दर्ज कर ली है।