समिति करेगी रैपिड एंटीजन किट घोटाले की जांच
स्वास्थ्य विभाग में हुए कोरोना की रैपिड एंटीजन जांच किट घोटाले की जांच अब तीन अधिकारियों की समिति करेंगी। समिति के अध्यक्ष एसडीएम सतीश कुशवाहा जांच की पूरी निगरानी करेंगे। जांच के बाद घोटाला करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
जेएनएन, बुलंदशहर। स्वास्थ्य विभाग में हुए कोरोना की रैपिड एंटीजन जांच किट घोटाले की जांच अब तीन अधिकारियों की समिति करेंगी। समिति के अध्यक्ष एसडीएम सतीश कुशवाहा जांच की पूरी निगरानी करेंगे। जांच के बाद घोटाला करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
आम लोगों की जांच के लिए आई रैपिड एंटीजन किट का घोटाला विभाग के ही के एक कर्मचारी ने गुमनाम पत्र जारी कर खोला। ये पत्र मीडिया के दफ्तरों के साथ ही प्रशासनिक अधिकारियों के पास भी रजिस्टर्ड डाक से भेजा गया। इसके बाद सीएमओ के निर्देश पर एसीएमओ डा. नरेश गोयल ने मामले की जांच की। जांच में सामने आया कि जांच रजिस्टर में फर्जी एंट्री करके रैपिड एंटीजन किट का घोटाला किया गया। करीब बीस दिन चली जांच के बाद लैब टेक्नीशियन को जांच से हटाया गया और दोनों फार्मासिस्ट से कोरोना की जांच के संसाधनों का चार्ज हटाकर मामले को दबाने का प्रयास हुआ। इसके बाद डीएम रविद्र कुमार ने तीन अधिकारियों की कमेटी से जांच कराने के निर्देश दिए। जांच कमेटी में एसडीएम सतीश कुशवाहा के साथ ही माध्यमिक शिक्षा विभाग के लेखाधिकारी अरुण सिन्हा और अपर जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी अनुराग किशोर सिंह सदस्य हैं। टीम कल से जांच का काम शुरू कर देगी। डीएम का कहना है कि जांच टीम एक सप्ताह में अपनी रिपोर्ट देगी। इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। मची खलबली
अभी तक विभाग के अधिकारी जांच कर रहे थे तो घोटाला करने वाले लैब टेक्नीशियन और फार्मासिस्ट चुप्पी साधे थे, लेकिन अब प्रशासन के अधिकारी जांच करेंगे तो घोटाला करने वालों में खलबली मची है। इन सबसे होगी पूछताछ
सीएमएसडी स्टोर इंचार्ज चीफ फार्मासिस्ट जगदीश तेवतिया, फार्मासिस्ट मनोज तेवतिया, टीम लीडर मनबीर, लैब टेक्नीशियन हिमांशु गुप्ता, लोकेश कुमार, गौरव गौड़, हेमेंद्र कुमार, दीपक कुमार, राहुल पिपल, राजेश कुमार के साथ ही अब तक जांच करने वाले एसीएमओ डा. नरेश गोयल से भी टीम पूछताछ करेगी।