बिजली दर बढ़ोत्तरी के प्रस्ताव पर आयोग ने की जनसुनवाई
उत्तर प्रदेश विद्युत नियामक आयोग ने गुरुवार को बिजली दरों की बढ़ोत्तरी को लेकर वीडियो कांफ्रेंसिग कर बिजली कंपनी और उपभोक्ताओं से प्रस्ताव और सुझाव लिए।
बुलंदशहर, जेएनएन। उत्तर प्रदेश विद्युत नियामक आयोग ने गुरुवार को बिजली दरों की बढ़ोत्तरी को लेकर वीडियो कांफ्रेंसिग कर बिजली कंपनी और उपभोक्ताओं से प्रस्ताव और सुझाव लिए। उद्यमियों ने कोरोना काल में कंपनियों का संचालन बंद रहने पर फिक्स चार्ज को कम कराने की मांग रखी।
उत्तर प्रदेश नियामक आयोग के अध्यक्ष आरपी सिंह व सचिव संजय सिंह ने ऊर्जा निगम के बिजली की दरों में बढ़ोतरी के प्रस्ताव पर बिजली कंपनी, ऊर्जा निगम, व्यापारी तथा उपभोक्ताओं के साथ वीडियो कांफ्रेंसिग के माध्यम जनसुनवाई की। उपभोक्ता परिषद ने बिजली की दरों में बढ़ोत्तरी का विरोध जताते हुए कहा कि बिजली कंपनी अपनी मनमानी से उपभोक्ताओं का शोषण कर रही है। बिजली दरों में बढ़ोत्तरी होने पर उपभोक्ताओं का और अधिक शोषण बढ़ जाएगा। निगम के प्रस्तावित बिजली की दरों से उपभोक्ताओं पर अधिक वजन बढ़ जाएगा। वहीं व्यापारियों ने कोरोना काल कंपनियों के बंद रहने के कारण फिक्स चार्ज को कम करने का प्रस्ताव आयोग के सामने रखा। पश्चिमांचल वाणिज्य निदेशक ने आइपी सिंह ने विभाग के बिजली दर बढ़ोतरी के प्रस्ताव पर विभाग का पक्ष रखा। मुख्य अभियंता आरपीएस तोमर ने बताया कि बिजली दरों की बढ़ोतरी को लेकर भेजे गए प्रस्ताव पर आयोग ने उपभोक्ता, बिजली कंपनी, और व्यापारियों से चर्चा की है। जनसुनवाई में एसई राणाप्रताप सिंह, गिरीशचंद मिश्रा, सुनील कुमार सहित अन्य अफसर मौजूद रहे।
..
नए स्लैब में बिजली की प्रस्तावित दर घरेलू ग्रामीण क्षेत्र में
0-100 यूनिट - 3.35 रुपये प्रति यूनिट
101-300 यूनिट -4.40 रुपये प्रति यूनिट
300 से ऊपर- 5.60 रुपये प्रति यूनिट
.....
घरेलू शहरी क्षेत्र में
0-100 यूनिट पर - 5.50 रुपये प्रति यूनिट
101-150 यूनिट पर 5.80 रुपये प्रति यूनिट
300 से ऊपर -6.65 रुपये प्रति यूनिट