कोलंबिया विवि के वैज्ञानिक देखेंगे कालाआम चौराहे का डिजाइन
आइआइटी दिल्ली और जापानी वैज्ञानिकों द्वारा तैयार किया गया शहर के कालाआम चौराहा का डिजाइन अमेरिका की कोलंबिया और यूएन हेबीटेट में रखा जाएगा।
बुलंदशहर, जेएनएन: आइआइटी दिल्ली और जापानी वैज्ञानिकों द्वारा तैयार किया गया शहर के कालाआम चौराहा का डिजाइन अमेरिका की कोलंबिया और यूएन हेबीटेट में रखा जाएगा। अमेरिकी वैज्ञानिकों को चौराहा का डिजाइन पसंद आया तो कालाआम चौराहा विजन 2030 के लिए चयनित हो जाएगा। संयुक्त राष्ट्र संघ के विजन 2030 के लिए आइआइटी टीम लगातार काम कर रही है।
2030 में भारत समेत संयुक्त राष्ट्र संघ के सदस्य देशों के छोटे शहरों की ट्रैफिक व्यवस्था कैसी होगी। इसको लेकर दुनिया के 193 देश काम कर रहे हैं। इसी विजन के लिए दिल्ली आइआइटी वैज्ञानिकों की टीम देश के तीन छोटे शहरों में काम कर रही हैं। इसमें नैनीताल, पटियाला और बुलंदशहर शामिल हैं। इसमें ट्रैफिक व्यवस्था और बढ़ती दुर्घटनाओं को रोकने के लिए आइआइटी वैज्ञानिक काम कर रहे हैं। अप्रैल 2018 से मार्च 2019 तक बुलंदशहर की व्यस्त सड़कें, चौराहों पर सर्वे और विश्लेषण किया गया। इसमें टीम ने पाया कि सड़कों का डिजाइन सही नहीं हैं। शहर की सड़कों पर स्ट्रीट लाइटें नहीं हैं, फुटपाथ की व्यवस्था नहीं है। सड़कों पर साइन बोर्ड की कमी है। छोटे और बड़े वाहनों के आवागमन के लिए अलग लाइन नहीं है। इसी के चलते शहर के भीतर की सड़कों में काफी दुर्घटनाएं होती हैं। 2012 से 2017 तक 111 लोगों की मौत हुई। इसमें सबसे अधिक मौतें सड़क पर पैदल चलने वाले लोगों की हुई हैं, क्योंकि बुलंदशहर में 48 फीसद लोग अपने काम धंधों पर पैदल ही जाते हैं। 14 फीसद लोग बाइक पर, 23 फीसद लोग साइकिल और 11 फीसद बस से और दो प्रतिशत लोग कार से काम पर जाते हैं। 2030 तक दुर्घटनाओं में मौत को आधा करने का लक्ष्य
-संयुक्त राष्ट्र संघ का विजन है, कि 2030 तक सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों को आधा किया जाए। इसमें बुलंदशहर में पांच साल में हुई 111 मौतों को 56 पर लेकर आना है। इसके लिए सड़कों का डिजाइन बदला जाएगा। निर्धारित लक्ष्य 2030 तक दुर्घटनाएं कन्ट्रोल करने के बाद संयुक्त राष्ट्र का एक शिखर सम्मेलन आयोजित करेगा। इसमें सभी देश अपना डाटा देंगे। दस सितंबर को होगा निर्णय
-संयुक्त राष्ट्र के विजन में कालाआम चौराहे का डिजाइन रखा जाएगा या नहीं, इस पर दस सितंबर को अमेरिका के छह सीनियर वैज्ञानिकों की टीम निर्णय देगी। विजन में शामिल हुआ तो कालाआम चौराहा पर आइआइटी की टीम डिजाइन के मुताबिक प्रशासन से काम कराएगी। इन्होंने कहा.
सर्वे और विजन को लेकर बुलंदशहर के स्थानीय पुलिस-प्रशासन व विकास प्राधिकरण अधिकारियों से बात हो गई है। सेमिनार में डिजाइन समझा दिया है। डिजाइन कोलंबिया यूनिवर्सिटी को भेज दिया है। डिजाइन पास हुआ तो बुलंदशहर का चौराहा विश्व पटल पर चमकेगा। 2030 तक दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों को आधा करना है।
-समृद्ध सिंह चौहान, परियोजना वैज्ञानिक-आइआइटी दिल्ली।