आसमान में बादल डाले रहे डेरा, सूर्यदेव के दर्शन दुर्लभ
जेएनएन बुलंदशहर मौसम के बदलते मिजाज के कारण बूंदाबांदी तो नहीं हो सकी लेकिन आसमान में बादल डेरा डाले रहे। जिसकी वजह से सूर्यदेव के दर्शन दुर्लभ हो गए और पारे में गिरावट हुई। न्यूनतम और अधिकतम तापमान नीचे आ गया।
जेएनएन, बुलंदशहर : मौसम के बदलते मिजाज के कारण बूंदाबांदी तो नहीं हो सकी, लेकिन आसमान में बादल डेरा डाले रहे। जिसकी वजह से सूर्यदेव के दर्शन दुर्लभ हो गए और पारे में गिरावट हुई। न्यूनतम और अधिकतम तापमान नीचे आ गया। लोगों को ठिठुरने पर मजूबर होना पड़ा।
दरअसल, मौसम विभाग ने गिरते पारे के साथ 26 से 29 दिसंबर तक बरसात होने की संभावना जताई थी। रविवार से इसका असर भी देखा दिया। दिन में जहां बादल डेरा डाले रहे वहीं, रात्रि में कहीं रिमझिम फुहारें तो कहीं बूंदाबांदी हुई। हालांकि दिन निकलने पर सोमवार को बरसात तो नहीं हुई, लेकिन आसमान में छाए बादल बूंदाबांदी के संकेत देते रहे। जिनके बीच सूर्यदेव की लुका छिपी बनी रही। कभी धूप कभी छांव की स्थिति बनी रहने से ठंडक का अहसास बढ़ा रहा।
मंगलवार को बादल छाने का असर इतना बढ़ा कि दिनभर सूर्यदेव के दर्शन नहीं हो सके। धूप नहीं निकलने से तापमान में गिरावट हो गई। सोमवार के मुकाबले मंगलवार को अधिकतम तापमान तीन डिग्री की गिरावट के साथ 18 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गय। जबकि न्यूनतम तापमान भी एक पायदान नीचे आकर 10 डिग्री पहुंच गया। हालांकि बरसात मंगलवार को भी नहीं हो सकी, लेकिन तापमान में गिरावट होने से दिन के साथ रात भी सर्द हो गई।
सूर्यदेव के नहीं हुए दर्शन सड़कों पर छाया सन्नाटा
संवाद सूत्र, अनूपशहर : पूरे दिन सूर्य न निकलने से मौसम सर्द हो गया है, जिससे सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा। सर्दी के कारण बाजार सूने रहे। पालिका द्वारा मुख्य चौराहों पर आग के अलाव प्रारंभ कर दिए गए है। रैन बसेरा में भी सर्दी से बचाव की व्यवस्था की गई है।
मंगलवार को पूरे दिन सूर्यदेव के दर्शन नहीं हुए जिससे सर्दी एक साथ बढ़ गयी। सर्दी के कारण बाजारों में सन्नाटा पसरा रहा। दुकानदार ग्राहकों के आने की प्रतीक्षा में पूरे दिन खाली बैठे रहे। दूसरी ओर पालिका द्वारा नगर के मुख्य स्थानों पर अलाव जलाने प्रारम्भ कर दिए गए है। पालिका ईओ संजय वर्मा ने बताया कि टाऊन स्कूल के निकट बेसहारा लोगों को सर्दी से बचाव के लिए रैन बसेरा बनाया गया है। वहां चारपाई, रजाई-गददा की व्यवस्था की गई है। रेन बसेरा में सफाई के विशेष निर्देश दिए गए है। इसी के साथ नागरिकों से अपील की गई है, कि सर्दी से बचाव के लिए बिना वजह घरों से न निकले, जिससे सुरक्षित रह सके।