मिट्टी की ढांग में दबा मजदूर, आठ घंटे बाद जिदा निकला
जाको राखे साईया मार सके न कोई वाली कहावत बुधवार को क्षेत्र के ईशनपुर गांव में देखने के मिली। कुएं की मरम्मत के दौरान मिट्टी की गिरी ढांग में एक मजदूर तीस फुट गहरे कुएं में मिट्टी के नीचे दब गया।
बुलंदशहर, जेएनएन। जाको राखे साईया, मार सके न कोय, वाली कहावत बुधवार को क्षेत्र के ईशनपुर गांव में देखने के मिली। कुएं की मरम्मत के दौरान मिट्टी की गिरी ढांग में एक मजदूर तीस फुट गहरे कुएं में मिट्टी के नीचे दब गया। मजूदर को बचाने के लिए पुलिस-प्रशासन ने ग्रामीणों की मदद से रेस्क्यू आपरेशन शुरू कर दिया। आठ घंटे तक चले आपरेशन के बाद मजदूर को गंभीर हालत में कुएं से बाहर निकाला गया। मजदूर को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।
खानपुर थाना क्षेत्र के ईशनपुर गांव में सतपाल पुत्र हरी प्रकाश रहते हैं, जिनका जंगल में तीस फीट पुराना कुआं है। बुधवार सुबह करीब नौ बजे सतपाल गांव के ही मजदूर मनवीर (45) पुत्र यादू सिंह को साथ लेकर कुएं पर गए थे। ईट निकालने के लिए मनवीर कुएं के नीचे उतर गया, जबकि सतपाल ऊपर खड़े रहे। करीब ग्यारह बजे अचानक भरभरा कर कुएं की ढांग गिर गई और मनवीर उसमें दब गया। सतपाल का शोर सुनकर ग्रामीण घटना स्थल की तरफ दौड़े और अपने ही स्तर पर बचाव कार्य शुरू कर दिया। ग्रामीणों की सूचना पर सीओ सिटी, सीओ स्याना, एसडीएम समेत कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंच गई। वहां के हालातों को देखते हुए प्रशासन ने खानपुर से मदद के जेसीबी को बुला लिया। बचाव कार्य के दौरान अचानक कुएं की एक ओर ढांग गिर गई, जिसके कारण बचाव कार्य में देरी होने लगी। यह देख एसडीएम ने बुलंदशहर से दूसरी जेसीबी मंगा ली। स्थानीय लोगों की मदद से करीब आठ घंटे तक चले रेस्क्यू आपरेशन के बाद शाम छह बजे गंभीर हालत मिट्टी की ढांग में दबे मनवीर को बाहर निकाल लिया गया।
इन्होंने कहा..
मिट्टी की ढांग के नीचे मजदूर दबे सूचना मिलते ही बचाव कार्य शुरू करा दिया गया था। आठ घंटे तक चले रेस्क्यू आपरेशन के बाद मजदूर को जिदा बाहर निकाल लिया गया है। मजदूर को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
-सुभाष सिंह, एसडीएम स्याना। - कई घंटे बीतने के बाद निराश होने लगे थे अधिकारी
जागरण संवाददाता, बुलंदशहर: खानपुर क्षेत्र के गांव ईशनपुर का माहौल बुधवार को पूरी तरह से बदल गया था। अचानक अधिकारियों के गाड़ियां गांव की और दौड़ गई और मिट्टी की ढांग के नीचे दबे मनवीर को बचाने की कवायद शुरू हुई। ग्रामीणों ने अपने साथी को बचाने के लिए दिनभर पसीना बहाया और बचाव टीम के साथ लगातार मिट्टी हटाने के काम में जुटे रहे। थाना पुलिस ने भी कुएं में उतरकर मजदूर को बाहर निकालने के लिए खूब मेहनत की।
पहले ग्रामीणों की मदद से मिट्टी हटाने का काम शुरू हुआ और बाद में जेसीबी मशीन की मदद भी ली गई। उधर, लगातार समय बीतने और मजदूर का पता न चलने से जहां पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की उम्मीद टूटने लगी, वहीं ग्रामीण अपने साथी को बचाने के लिए जुटे रहे। ग्रामीण युवाओं ने टोली बनाकर कुएं में उतरना शुरू किया और मिट्टी को बाहर निकाला। उधर, कई घंटों तक मिट्टी हटाने और गर्मी अधिक होने के कारण ग्रामीणों को दिक्कत तो जरूर हुई, लेकिन काम एक मिनट के लिए भी नहीं रोका। करीब आठ घंटे की मेहनत के बाद मिट्टी के नीचे मनवीर के शरीर में हलचल हुई और ग्रामीणों की उम्मीद के मुताबिक उसे बाहर निकाल लिया गया। हालांकि अभी मनवीर को अस्पताल में उपचार चल रहा है, लेकिन ग्रामीणों को उम्मीद है कि शीघ्र ही वह ठीक होकर उनके बीच होगा।
भरी आंखों से दुआं करते रहे परिजन
मिट्टी की ढांग के नीचे दबने की सूचना पर परिजन रोते-बिलखते जंगल की और दौड़े और मौके पर पहुंचते ही बेसुध हो गए। परिजन मौके पर मौजूद अधिकारियों से हाथ जोड़कर मदद की गुहार लगाते रहे। जब मनवीर को कुएं से बाहर निकाला गया, तब परिजनों ने हाथ जोड़कर सभी ग्रामीणों को शुक्रिया भी अदा किया।
खुद कुएं में उतर गए एसआइ
बचाव अभियान के दौरान खादी वर्दी का मानवीय चेहरा भी सामने आया। इस दौरान मौके पर मौजूद खानपुर थाने के एसआइ जगदीप मलिक बिना किसी सुरक्षा उपकरण के कुएं में उतर गए और काफी देर तक मनवीर को निकालने के लिए मिट्टी हटाने के काम में जुटे रहे। मजदूर के बाहर आने तक एसआइ कुएं में मौजूद रहे।