हाईवे के साथ शहर की सड़कें भी है खतरनाक
कोहरे में हाईवे पर ही नहीं शहर में भी संभलकर चलने की जरूरत है। शहर में ऐसे कई खतरनाक स्थान है जहां सबसे अधिक कोहरे में हादसे होते हैं।
बुलंदशहर, जेएनएन। कोहरे में हाईवे पर ही नहीं, शहर में भी संभलकर चलने की जरूरत है। शहर में ऐसे कई खतरनाक स्थान है, जहां सबसे अधिक कोहरे में हादसे होते हैं। पिछले साल दिसंबर और जनवरी माह में पड़ने वाले कोहरे में 22 से अधिक हादसे हुए, जिनमें नौ लोगों की मौत हो गई। इस कारण इस बार ट्रैफिक पुलिस और थाना पुलिस कोहरे में सतर्कता बरत रही है। शहर के एक्सीडेंटल प्वाइंट पर चेतावनी बोर्ड तो लगाए गए हैं। साथ ही एसपी सिटी व ट्रैफिक प्रभारी अतुल कुमार श्रीवास्तव का कहना है कि इन स्थानों पर अधिक कोहरे में पुलिसकर्मियों की ड्यूटी भी लगाई जाएगी।
ये हैं सबसे खतरनाक स्थान
- खुर्जा रोड स्थित अमेयश अस्पताल के पास
- खुर्जा रोड स्थित गुल गार्डन रेलवे फ्लाईओवर के पास
- शिकारपुर बाईपास स्थित मामन रोड के पास
शहर में दो अंधे मोड़
ट्रैफिक सब इंस्पेक्टर कुलवीर राणा का कहना है कि शहर में कोहरे में अधिक हादसे होने का डर नहीं रहता है, क्योंकि कोहरे का असर शहर के आउटर में अधिक होता है। उनका कहना है कि शहर में केवल दो ही अंधे मोड़ है। पहला मोड़ चांदपुर कट और दूसरा बाइपास से चांदपुर रोड पर आने वाला रास्ता। दोनों स्थानों पर चेतावनी बोर्ड भी लगाए गए हैं।
यहां डिवाइडर सही ऊंचाई पर बने
शहर के डीएम रोड, दिल्ली रोड और बाइपास पर डिवाइडर बने हुए हैं। ट्रैफिक पुलिस का दावा है कि यहां पर डिवाइडर इंजीनियर की मदद से बनाए गए हैं, इसलिए कोई भी हादसे नहीं हुए है। कोहरे में वाहन चालक को डिवाइडर दिखे, इसलिए उस पर दूर से चमकने वाला पेंट कराया गया है।
इन स्थानों पर हुए सबसे अधिक हादसे
पिछले पांच सालों में शहर के खुर्जा रोड स्थित अमेयश अस्पताल के पास, गुल गार्डन रेलवे फ्लाईओवर के पास और शिकारपुर बाईपास स्थित मामन रोड के पास सबसे अधिक हादसे हुए। यहां पिछले सात सालों में 152 मौत हुई है। हालांकि यह स्थान शहर के आउटर क्षेत्र में है। कोहरे के कारण भी यहीं पर सबसे अधिक हादसों का डर बना रहता है।