बुलंदशहर में बसपा उतरेगी मैदान में, प्रत्याशी को लेकर अटकलें तेज
सपा-बसपा गठबंधन में सीटों के बंटवारे की तस्वीर गुरुवार को साफ हो गई।
जागरण संवाददाता, बुलंदशहर : सपा-बसपा गठबंधन में सीटों के बंटवारे की तस्वीर गुरुवार को साफ हो गई। पश्चिमी उत्तर प्रदेश की अधिकतर लोस सीटें बसपा के खाते में गई हैं। पिछले चुनाव में पार्टी ने यहां बेहतर प्रदर्शन किया था। बसपा प्रत्याशी प्रदीप जाटव दूसरे नंबर पर रहे थे। पार्टी को इस बार भी बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद है। उधर, सीट बंटवारे की घोषणा होने के साथ ही यहां प्रत्याशी को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं।
लोकसभा चुनाव की आहट ने सभी दलों में हलचल पैदा कर दी है। सपा-बसपा गठबंधन को लेकर आमजन में जिज्ञासा भी बहुत है। सीट बंटवारे की सूची के अनुसार पश्चिम की अधिकतर सीटें बसपा के खाते में गई हैं। पार्टी ने ऐसी सीटों पर दावेदारी पेश की है जिन पर पूर्व के चुनाव में बेहतर प्रदर्शन किया था। वर्ष 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में बसपा ने प्रदीप जाटव पर दांव लगाया था और मजबूती से चुनाव भी लड़ा, लेकिन मोदी लहर के चलते भाजपा प्रत्याशी भोला ¨सह के सिर ताज सजा। हालांकि बसपा दूसरे नंबर पर रही और उसका वोट प्रतिशत भी बढ़ा। अब सपा से गठबंधन के बाद पार्टी के स्थानीय पदाधिकारियों में लोस चुनाव को लेकर चर्चा तेज हो गई है और नफा-नुकसान का गुणा-गणित भी शुरू हो गया है। इन सब के बीच पार्टी प्रत्याशी को लेकर भी चर्चा शुरू हो गई है। अभी तक पार्टी के चेहरे के रूप में वीरेंद्र शिरीष नजर आ रहे थे, लेकिन वह खामोश हैं। उधर, पार्टी से जुड़े कुछ लोगों का कहना है कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के एक चर्चित पूर्व विधायक को यहां चुनाव मैदान में उतारा जा सकता है। पार्टी के जिलाध्यक्ष कमल राजन ने का कहना है कि पार्टी इस बार बेहतर प्रदर्शन करेगी। हालांकि अभी प्रत्याशी को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं है।