शिक्षा सेवा अधिकरण विधेयक की फूंकी प्रतियां
शिक्षा सेवा अधिकरण विधेयक के विरोध में शिक्षक उतर आए हैं। सोमवार को बीएसए कार्यालय में शिक्षक महासंघ के बैनर तले शिक्षकों ने हुंकार भरी। धरना-प्रदर्शन कर इस विधेयक की प्रतियां फूंकी।
बुलंदशहर, जागरण टीम। शिक्षा सेवा अधिकरण विधेयक के विरोध में शिक्षक उतर आए हैं। सोमवार को बीएसए कार्यालय में शिक्षक महासंघ के बैनर तले शिक्षकों ने हुंकार भरी। धरना-प्रदर्शन कर इस विधेयक की प्रतियां फूंकी।
इस दौरान महासंघ के जिलाध्यक्ष सुरेंद्र यादव ने कहा कि शिक्षा सेवा अधिकरण विधयेक के आने से शिक्षकों को काफी परेशानियां उठानी पडे़गी। यह विधयेक शिक्षकों के हित में नहीं हैं। इसलिए सरकार तक अपनी आवाज पहुंचाने के लिए आवाज बुलंद करनी होगी। एकजुट होकर इस विधेयक का विरोध करना होगा। इस दौरान शिक्षकों ने लंबित समस्याओं के समाधान नहीं होने पर नाराजगी जताई। इस मौके पर उप्र माध्यमिक शिक्षक संघ अध्यक्ष आनंद कुमार, बाबू सिंह, अनीता त्यागी, मधु जौहरी, महेश चौधरी, अंबरीश कुमार, राकेश राठी आदि मौजूद रहे।
कृषि कानून के विरोध में एसडीएम को सौंपा ज्ञापन
कृषि कानून के विरोध में भाकियू कार्यकर्ताओं ने तहसील पर प्रदर्शन किया। साथ ही प्रधानमंत्री संबोधित ज्ञापन एसडीएम को सौंपा और कहा कि अगर शीघ्र किसानों की मांगें पूरी नहीं हुई, तो वह आंदोलन को विवश होंगे।
सोमवार को भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ता एकत्र होकर नई तहसील पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि पिछले कई माह से किसान कृषि कानून को लेकर विरोध करते आए हैं। इसके बावजूद अभी तक किसानों की मांग का कोई समाधान नहीं किया गया है। जिसके चलते किसान संयुक्त मोर्चा के आह्वान पर सोमवार को किसान दिवस मनाया जा रहा है। किसानों की मांग पूरी नहीं होने पर देश की विभिन्न तहसील और थानों में धरना प्रदर्शन किया जाएगा। युवा किसान नेता चौधरी अरब सिंह ने कहा कि कृषि कानूनों को वापस लेने के साथ एमएसपी भी घोषित करनी चाहिए। वहीं किसानों के उत्थान के लिए आयोग गठित होना चाहिए। जिसके बाद कार्यकर्ताओं ने एसडीएम लवी त्रिपाठी को प्रधानमंत्री संबोधित ज्ञापन सौंपा। इसमें कल्याण सिंह, हुकम सिंह, ललित चौधरी, कैलाश, चंद्रपाल, पुष्पेंद्र सिंह, चौधरी अरब सिंह, चमन सिंह, हरकेश सिंह आदि मौजूद रहे।