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संभलकर चलिए, बड़े खतरे हैं इन राहों में

शायद ही ऐसा कोई दिन हो जिस दिन जिले में हादसा नहीं होता है। औसतन देखा जाए तो रोजाना दो लोगों की हादसों में जान चली जाती है। ट्रैफिक पुलिस ने जिले में 11 ऐसे प्वाइंट चिन्हित किए हुए हैं जहां पर हादसे होने का हमेशा डर रहता है। यहां पर बोर्ड भी लगाए हुए है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 15 Oct 2019 11:18 PM (IST)Updated: Wed, 16 Oct 2019 06:02 AM (IST)
संभलकर चलिए, बड़े खतरे हैं इन राहों में
संभलकर चलिए, बड़े खतरे हैं इन राहों में

बुलंदशहर, जेएनएन। शायद ही ऐसा कोई दिन हो, जिस दिन जिले में हादसा नहीं होता है। औसतन देखा जाए तो रोजाना दो लोगों की हादसों में जान चली जाती है। ट्रैफिक पुलिस ने जिले में 11 ऐसे प्वाइंट चिन्हित किए हुए हैं, जहां पर हादसे होने का हमेशा डर रहता है। यहां पर बोर्ड भी लगाए हुए है। बावजूद इसके लोग संभलकर चलने के लिए तैयार नहीं है। हाल ही में हादसों को रोकने के लिए केंद्र सरकार ने ट्रैफिक नियमों में भी बदलाव किए हैं। ताकि लोगों की जान बची रहे। 2015 से लगातार हादसों में इजाफा हो रहा है। पिछले पांच सालों में जिले के लगभग तीन हजार लोग सड़क हादसे में अपनी जान गवां चुके हैं।

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11 अक्टूबर की अलसुबह हाथरस जिले के गांव मोहनपुरा निवासी एक परिवार के लिए काल बनकर आई। इस परिवार की दो बच्चियों समेत पांच लोगों की मौत हो गई। इसी परिवार के रिश्तेदार अन्य दो महिलाओं की भी मौत हुई। हादसे का भले ही कारण पता न चला हो, लेकिन जिस बस से हादसा हुआ, यदि वह चालक थोड़ी भी समझदारी दिखाता तो शायद इन सभी की जान बच सकती थी। मगर ऐसा नहीं हुआ। शनिवार को भी खुर्जा में सड़क हादसे में दो युवकों की मौत हो गई। बुलंदशहर की यह रोजाना की कहानी है। अफसरों का भी इस ओर ध्यान नहीं है। पांच साल में तीन हजार मौत होना बड़ी बात है, लेकिन जिला चलाने वाले अफसरों के लिए शायद यह कोई बड़ी बात नहीं है। देखने में आ रहा है कि यहां पर नए ट्रैफिक नियमों का भी कोई पालन नहीं कर रहा है और न ही अधिकारी पालन कराने में सक्षम दिख रहे हैं। पिछले एक माह के आंकड़ों की बात करें तो करीब 22 लोग सड़क हादसों में अपनी जान गवां चुके हैं।

2015 से 2019 तक हुए हादसे

वर्ष हादसों की संख्या मृतक घायल

2015 521 300 410

2016 531 349 238

2017 570 275 522

2018 675 377 539

2019 691 419 543 यहां संभलकर चलने की जरुरत

हाईवे नाम स्थान दूरी दायरा

एनएच-235 जैनपुरा तिराहा 500

एनएच-235 अढ़ोली मोड़ 400

एन-91 ममन चुंगी 500

एन-91 सुनहरा टी-प्वाइंट 400

एन-91 जीटी रोड कट 300

एन-91 अग्रवाल फाटक 500

एन-91 ममन फ्लाइओवर 400

एसएच-43 अनूपशहर चौराहा 500

एसएच-65 रामा डेयरी 200

ओआर लीना रोड 500

नोट : सभी दूरी मीटर में है। हादसों को रोकने के लिए हम लगातार प्रयासरत हैं। इसके लिए जिले में ब्लैक स्पॉट भी चिन्हित किए हुए है। आगे हादसे न हो, इसके लिए हमारा प्लान भी चल रहा है। उच्चाधिकारियों से राय करने के बाद उसे लागू किया जाएगा।

अतुल कुमार श्रीवास्तव, एसपी सिटी व ट्रैफिक पुलिस प्रभारी


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