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गेहूं, सरसों और आलू में उर्वरक की खपत बढ़ी

बारिश के बाद अब गेहूं सरसों और आलू की फसलों में पानी से पूर्व यूरिया व अन्य रसायन की खपत बढ़ चली है। ऐसे में किसान घबराएं नहीं जिला कृषि अधिकारी राहुल तेवतिया ने बताया कि सहकारी समितियों और निजी दुकानों पर 57 हजार 1

By JagranEdited By: Published: Mon, 24 Jan 2022 11:19 PM (IST)Updated: Mon, 24 Jan 2022 11:19 PM (IST)
गेहूं, सरसों और आलू में उर्वरक की खपत बढ़ी
गेहूं, सरसों और आलू में उर्वरक की खपत बढ़ी

बुलंदशहर, जेएनएन। बारिश के बाद अब गेहूं, सरसों और आलू की फसलों में पानी से पूर्व यूरिया व अन्य रसायन की खपत बढ़ चली है। ऐसे में किसान घबराएं नहीं जिला कृषि अधिकारी राहुल तेवतिया ने बताया कि सहकारी समितियों और निजी दुकानों पर 57 हजार 189 मीट्रिक टन उर्वरक तथा 1217 मीट्रिक टन बफर में यूरिया रखा है। ऐसे में किसानों को घबराने की आवश्यकता नहीं है।

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कृषि प्रधान जिले में छह लाख से अधिक परिवार खेती-बाड़ी से जुड़े हैं। उर्वरक को लेकर किसानों में फैली अफवाहों को जिला कृषि अधिकारी राहुल तेवतिया ने विराम देते हुए बताया कि सहकारी समितियों और दुकानों पर खपत से भी अधिक मात्रा में उर्वरक आपूर्ति करा दिया गया है। बारिश होने पर अचानक बढ़ी उर्वरक की मांग के चलते किसान सहकारी समितियों और नामचीन कंपनियों के केंद्रों पर आपाधापी मचा रहे थे। अब ऐसा नहीं होगा। बताया कि छह कंपनियों ने मांग के अनुसार उर्वरक की आपूर्ति कर दी है। किसी भी दशा में किसानों को उर्वरक की कमी नहीं होने दी जाएगी।

उर्वरक का ब्यौरा

जिले को उर्वरक का लक्ष्य : 83,500 मीट्रिक टन

जिले में उर्वरक की उपलब्धता : 58,406 मीट्रिक टन

बफर में उपलब्धता : 1,217 मीट्रिक टन यूरिया

जनपद में उर्वरक की बिक्री : 57,189 मीट्रिक टन

इन्होंने कहा..

पिछले 15 दिनों में उर्वरक की चार रैक प्राप्त हो चुकी हैं। जिले में उर्वरक की कमी नहीं है हमारे पास 58 हजार मीट्रिक टन की उपलब्धता है।

-राहुल तेवतिया, जिला कृषि अधिकारी।

मांगों को ज्ञापन

संवाद सहयोगी, खुर्जा: कई मांगों को लेकर भाकियू चढूनी के कार्यकर्ताओं ने एसडीएम को ज्ञापन सौंपा और जांच के बाद सुनवाई की मांग की। वहीं सुनवाई नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी।

सोमवार को भारतीय किसान यूनियन चढूनी के मेरठ मंडल प्रमुख महासचिव कैलाश भागमल गौतम के नेतृत्व में कई कार्यकर्ता एकत्र होकर तहसील पहुंच गए। जहां उन्होंने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र में राशन वितरित में अनियमितता बरती जा रही है। उन्होंने कम राशन देने का आरोप लगाया। वहीं बेसहारा पशुओं को पकड़कर गोशाला भिजवाने की मांग की और सुनवाई नहीं होने पर आंदोलन करने की चेतावनी दी।


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