हत्या करने के बाद खुद भी की अधिवक्ता की तलाश
अधिवक्ता एवं प्रॉपर्टी डीलर धर्मेंद्र चौधरी की हत्या करने वाला टाइल्स व्यापारी विक्की उर्फ विवेक हत्या करने के बाद अधिवक्ता के परिजनों के साथ उसकी तलाश में लग गया। वह पुलिस को अपने साथ लेकर नोएडा गाजियाबाद तक गया। पुलिस को लगातार गुमराह करता रहा।
बुलंदशहर, जेएनएन। अधिवक्ता एवं प्रॉपर्टी डीलर धर्मेंद्र चौधरी की हत्या करने वाला टाइल्स व्यापारी विक्की उर्फ विवेक हत्या करने के बाद अधिवक्ता के परिजनों के साथ उसकी तलाश में लग गया। वह पुलिस को अपने साथ लेकर नोएडा, गाजियाबाद तक गया। पुलिस को लगातार गुमराह करता रहा। उसने पुलिस टीमों को अधिवक्ता के कई दोस्तों से मिलाया और जानकारी मांगी, लेकिन हर जगह असफलता ही मिलती थी।
दरअसल, अधिवक्ता धर्मेद्र चौधरी और टाइल्स व्यापारी विवेक उर्फ विक्की बरसों से दोस्त थे। इसलिए विक्की का अधिवक्ता के घर भी आना-जाना था। विक्की कारोबार करता था तो अधिवक्ता प्रॉपर्टी डीलर का काम करते थे। उसका चैंबर जरूर था, लेकिन वह बार संघ का सदस्य नहीं थे। केस भी कम ही लड़ते थे। विक्की और धर्मेद्र चौधरी मिलकर काम करते थे। 25 जुलाई को विवेक उर्फ विक्की ने अपने नौकरों के साथ मिलकर अधिवक्ता की हत्या कर दी। 26 जुलाई को टाइल्स व्यापारी विक्की को खुद अधिवक्ता के भाई गजेंद्र चौधरी ने फोन करके सूचना दी। इसके बाद विक्की उनके घर गया और धर्मेद्र की तलाश करने के लिए परिजनों के साथ लग गया। वह परिजनों के साथ अधिवक्ता की कई रिश्तेदारियों में भी गया। उसने पुलिस को बताया कि वह अधिवक्ता के कई दोस्तों को जानता है। इसलिए वह पुलिस को साथ लेकर नोएडा और गाजियाबाद भी गया। हत्या करने के बाद आराम से सोया आरोपित
विवेक उर्फ विक्की ने पुलिस को पूछताछ के दौरान बताया कि हत्या करने के बाद उसने गोदाम को बंद किया। इसके बाद नौकरों को उनके घर जाने के लिए कहकर वह अपने घर आ गया। घर आने के बाद उसने खाना खाया और फिर सो गया। हालांकि नौकरों का कहना है कि वह डर के कारण पूरी रात नहीं सो पाए।