नुमाइश मेले का आगाज में दिखी सांस्कृतिक की झलक
लोक कला का प्रतिबिंब जिला कृषि औद्योगिक एवं सांस्कृतिक प्रदर्शनी (नुमाइश) का बुधवार को जोरदार आगाज हुआ।
बुलंदशहर : लोक कला का प्रतिबिंब जिला कृषि औद्योगिक एवं सांस्कृतिक प्रदर्शनी (नुमाइश) का बुधवार को जोरदार आगाज हुआ।
नुमाइश मैदान में बुधवार को जिला कृषि औद्योगिक एवं सांस्कृतिक 137वीं प्रदर्शनी का शुभारंभ मंडल आयुक्त अनीता सी मेश्राम ने फीता काटकर किया। आयुक्त ने परंपरा अनुसार बैरन हाल में विधिवत पूजन किया। रविंद्र नाट्यशाला में मां सरस्वती की प्रतिमा पर दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रमों का शुभारंभ किया। आयुक्त ने कहा कि 1881 से चली आ रही ऐतिहासिक प्रदर्शनी लोक कला के अंदर सांस्कृतिक गतिविधियों का समावेश का संगम है। जिससे आस-पास के लोग मेले में आकर उसका आनंद लेते हैं। इसके बाद जिले के कई स्कूलों से आए बच्चों ने रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत कर मनमोहा। इस दौरान डीएम अभय ¨सह ने उन्हें प्रतीक चिह्न भेंट किया। मंडलायुक्त ने नुमाइश मैदान में लगे विभिन्न विभागों की सरकार की कल्याणकारी योजनाओं से संबंधित स्टालों का निरीक्षण किया। इस दौरान शिकारपुर विधायक अनिल शर्मा, सीडीओ ईशा दुहन, सिटी मजिस्ट्रेट सर्वेश कुमार गुप्ता आदि रहे।
नताली और जीवा की 'लेजर परफारमेंस' ने मोहा मन
उद्घाटन में लेजर शो ने भी छटा बिखेरी। नेपाल की कलाकार नताली और जीवा ने लेजर शो के माध्यम से लोगों का मन मोह लिया। इंद्रधनुष के रंगों को समेटे हुए नुमाइश में विदेशी रंग भी देखने को मिला। लेजर शो की लोगों ने जमकर प्रशंसा की। शुक्ला बंधुओं ने 'ऐ वतन मेरे वतन, संदेशे आते हैं.' देशभक्ति की भावनाओं से औत-प्रौत प्रस्तुति दी। वहीं कलाकारों ने शास्त्रीय संगीत की धुन पर लोगों को मंत्रमुग्ध किया। स्कूली बच्चों ने 'होलिया में उड़े रे गुलाल' की परफारमेंस देकर मन मोहा।
बिना दुकान और झूलों के मैदान सूना
उद्घाटन पर बैरन हॉल और र¨वद्र नाट्यशाला तैयारियों का परिधान पहने नजर आए, लेकिन नुमाइश मैदान बिन दुकान और झूलों के कुछ और ही तस्वीर पेश करता नजर आया। हालांकि मैदान में एक्का-दुक्का दुकान ही दिखाई दे रही हैं। जहां नुमाइश का उद्घाटन होने से जिलेवासियों में उत्सुकता है।