49 गांव, पांच लाख आबादी, पुलिस स्टाफ नौ
ऊंचागांव (बुलंदशहर): थाना नरसेना क्षेत्र के 49 गांव में निवास करने वाली पांच की आबादी की सुर
ऊंचागांव (बुलंदशहर): थाना नरसेना क्षेत्र के 49 गांव में निवास करने वाली पांच की आबादी की सुरक्षा मात्र छह सिपाही व तीन दारोगाओं के हवाले है। इसके चलते क्षेत्र में हो रही घटनाओं पर लगाम लगाने में पुलिस नाकाम साबित हो रही है।
प्रदेश सरकार जनता की समस्या दूर करने के लिए थाना समाधान दिवस का आयोजन कर रही है, लेकिन पुलिसकर्मियों की कमी से जूझ रहे थाने और चौकी खुद ही समस्या बनते जा रहे हैं। इसके चलते पुलिस जनता की सुरक्षा करने में नाकाम है। थाना नरसेना के तहत आने वाले क्षेत्र के 49 गांव की लगभग पांच लाख आबादी की सुरक्षा मात्र छह सिपाही और तीन दारोगाओं के हवाले है। जबकि मानक के अनुसार थाने में 23 सिपाही की तैनाती होनी चाहिए। रिपोर्टिग पुलिस चौकी बुगरासी पर दो दरोगा और चौदह सिपाही की तैनाती होनी चाहिए, मगर यहां पर मात्र एक चौकी इंचार्ज और तीन सिपाही हैं। ऊंचागांव चौकी पर एक दरोगा, एक हेड कांस्टेबल और आठ सिपाही की तैनाती की जगह एक दरोगा और एक सिपाही की तैनाती है। चौकी पर अधिकांश समय ताला ही लटका रहता है। थाने पर सिपाहियों की तैनाती से सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि क्षेत्र की जनता की सुरक्षा भगवान भरोसे है।
नरसेना थाना प्रभारी अवधेश कुमार ने बताया कि तीन सिपाही थाने और तीन सिपाही चौकी बुगरासी पर तैनात हैं। सिपाहियों की कमी के कारण परेशानी उठानी पड़ रही। सिपाहियों की तैनाती के लिए आला अधिकारियों को पत्र भेज दिया गया है। तहसील टीम को भी कराना पड़ता है पुलिस बल मुहैया
ग्राम समाज की जमीन पर अवैध कब्जे की शिकायतों का निस्तारण करने के लिए आनी वाली तहसील की टीम को भी मौजूदा स्टाफ में से ही पुलिस बल मुहैया कराया जाता है। इससे और मुश्किल खड़ी हो जाती है।