आरोग्य मेलों में 6692 मरीजों की हुई जांच
मरीजों को घर के नजदीक जांच की सुविधा देने के लिए रविवार को जिलेभर में 71 पीएचसी पर मुख्यमंत्री आरोग्य मेले आयोजित किए गए। इनमें 6692 मरीजों का चेकअप कर दवा दी गई। स्वास्थ्य मेलों में सरकार की स्वास्थ्य योजनाओं की जानकारी दी गई। कोरोना की जांच करने के साथ ही गोल्डन कार्ड भी बनाए गए।
बुलंदशहर, जेएनएन। मरीजों को घर के नजदीक जांच की सुविधा देने के लिए रविवार को जिलेभर में 71 पीएचसी पर मुख्यमंत्री आरोग्य मेले आयोजित किए गए। इनमें 6692 मरीजों का चेकअप कर दवा दी गई। स्वास्थ्य मेलों में सरकार की स्वास्थ्य योजनाओं की जानकारी दी गई। कोरोना की जांच करने के साथ ही गोल्डन कार्ड भी बनाए गए।
आरोग्य मेले के नोडल अधिकारी डा. नरेश गोयल ने बताया कि मेलों में कुल छह हजार छह सौ 92 लोगों की जांच की गई। इसमें 2230 पुरूष और 3372 महिलाओं की जांच की गई। साथ ही 1090 बच्चों की भी जांच की गई। मेले में 2938 गोल्डन कार्ड बनाए गए। 1018 लोगों की कोरोना की जांच की गई। स्वास्थ्य मेलों में त्वचा रोगी, सांस रोगी, उदर रोगी, ब्लड प्रेशर के मरीज समेत अन्य बीमारियों के मरीज भी पहुंचे। आरोग्य मेलों में 1758 त्वचा रोगी, 647 सांस रोगी, 662 उदर रोगी, 273 शुगर रोगी, 677 गर्भवती महिलाओं व 97 कुपोषितों की भी जांच हुई। नोडल अधिकारी ने बताया कि जिलेभर में 140 डाक्टरों को स्वास्थ्य मेलों में लगाया गया। सरकार की मंशा है कि आम आदमी को उसके घर के नजदीक में ही चेकअप और इलाज मिले। सुबह दस बजे आरोग्य मेलों का शुभारंभ हुआ और शाम पांच बजे तक मेले में जांचें हुई। स्वास्थ्य विभाग की योजनाओं की जानकारी देने के लिये सभी आरोग्य मेलों में स्टाल लगाया गया। परिवार नियोजन संबंधी जानकारी देने के साथ बच्चों में कुपोषण की जांच की गई।
तीन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर लगा शिविर
बुलंदशहर, जेएनएन। छतारी कस्बा समेत तीन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर मुख्यमंत्री आरोग्य मेला का आयोजन किया गया। जिसमें मरीजों का चेकअप किया गया और उन्हें स्वास्थ्य संबंधी जानकारी देते हुए दवाईयां वितरित किए। वहीं लाभार्थियों के गोल्डन कार्ड भी बनाए गए।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी डा. मनोज कुमार ने बताया रविवार के छतारी कस्बा, गांव चौढेरा और सरभन्ना के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर मुख्यमंत्री आरोग्य मेला का आयोजन किया गया। जिसमें मौसमी बुखार की जांच के अलावा बाल और किशोर स्वास्थ्य से जुड़ी जांच पर खासा जोर रहा। इस दौरान 165 मरीजों का चेकअप करते हुए उन्हें दवा दी गई। वहीं दूसरी तरफ लाथार्थियों को चिहित किया गया और उनका गोल्डन कार्ड बनाने के लिए रजिस्ट्रेशन किया गया। शाम तक तीनों केंद्रों पर 90 लाभार्थियों का रजिस्ट्रेशन किया गया।