कलौली गांव के 600 युवक करते हैं सऊदी अरब में नौकरी
जनपद का कलौली आदर्श गांव है। इस गांव के छह सौ से अधिक युवक सऊदी अरब में नौकरी कर रहे हैं।
बुलंदशहर : जनपद का कलौली आदर्श गांव है। इस गांव के छह सौ से अधिक युवक सऊदी अरब में नौकरी कर रहे हैं। गांव में ऐसा पहली बार हुआ है कि जब खुफिया एजेंसी गांव से किसी को ले गई है।
देहात कोतवाली के इस गांव की आबादी छह हजार के करीब है। गांव की संपन्नता इसी से नजर आती है कि सड़कें शहर से बड़ी और साफ सुथरी है, लेकिन गुरुवार तड़के हबीब के घर पड़े एनआइए के छापे के बाद से ग्रामीण में चर्चाएं शुरू हो गई। ग्राम प्रधान मोहम्मद तौफिक ने बताया कि आज तक गांव में कभी भी किसी खुफिया एजेंसी ने छापेमारी नहीं की। ऐसा पहली बार हुआ है, जब एनआइए ने हबीब के घर छापेमारी की। प्रधान ने बताया कि जब उसने मामला जानने का प्रयास किया तो स्थानीय पुलिस ने उन्हें समझा कर अलग खड़ा कर दिया था, लेकिन किसी को यह नहीं बताया कि एनआइए किसी मामले में हबीब के घर छापेमारी कर रही है।
हबीब के पांच भाई भी सऊदी में कर चुके हैं नौकरी
ग्रामीणों ने बताया कि हबीब छह भाई है। सबसे बड़ा भाई मोहम्मद अहमद, शमीम, शकील, हबीब, एजाज व रियासत है। सबसे पहले सऊदी में नौकरी करने के लिए हबीब के बड़े भाई मोहम्मद अहमद गए थे और कुछ माह वहां नौकरी करने के बाद लौट आए थे। शमीम व हबीब ने 25 साल सऊदी में नौकरी की। शकील ने दो साल, एजाज ने आठ साल व रियासत 12 साल सऊदी में नौकरी करने के बाद वर्तमान में अहमदाबाद में नौकरी कर रहा है।
तोड़फोड़ व धमकाने का लगाया आरोप
हबीब की पत्नी हबीबा ने बताया कि दरवाजा खोलने थोड़ी देर होने के कारण पुलिस वालों ने घर का मुख्य दरवाजा तोड़ दिया था। आरोप है कि तलाशी के दौरान घर में रखे संदूक व अल्मारी को भी तोड़ दिया। हबीबा व उनकी बड़ी बेटी हरसत का आरोप था कि तलाशी के दौरान उन्हें कई बार धमकाया गया था।
15 गाड़ियों में आई थी फोर्स
ग्रामीणों ने बताया कि गांव में पुलिस की कभी इतनी बड़ी कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने बताया कि हबीब के घर पर छापेमारी के लिए पुलिस फोर्स 15 गाड़ियों में आई थी, जिसमें स्थानीय पुलिस के अलावा सीआरपीएफ व एनआइए के करीब दो दर्जन से अधिक अधिकारी शामिल थे। वर्ष 2004 में पकड़े गए थे सिकंदराबाद से आतंकी
बुलंदशहर जिले का आतंकी गतिविधियों से पुराना संबंध रहा है। वर्ष 2004 में दिल्ली की क्राइम ब्रांच ने सिकंदराबाद से आतंकी गतिविधियों में लिप्त दो आतंकियों को पकड़ा था। इसके बाद एसटीएफ की मदद से देहात कोतवाली पुलिस ने सेना की गोपनीय सूचना आइएसआइ को देने के आरोप 26 अक्टूबर को खुर्जा कोतवाली के मोहल्ला तरीनान किला कोना निवासी मोहम्मद जाहिद को गिरफ्तार कर चुकी है, जिसके पास से एसटीएफ व देहात कोतवाली पुलिस ने दस्तावेज बरामद किए थे।