चीनी मिलों पर 222 करोड़ बकाया, कोल्हु पर उछला गन्ना मूल्य
गन्ना भुगतान के मामले में भले ही जनपद मंडल में पहले पायदान पर हो लेकिन अभी तक किसानों को मात्र 55 फीसद ही गन्ना भुगतान हो पाया है। हालात यह हैं कि जिले की चार चीनी मिलों ने 477 करोड़ रुपये मूल्य का गन्ना पेराई कर लिया है और इसकी सापेक्ष भुगतान मात्र 255 करोड़ किया है। ऐसे में किसानों ने आर्थिक तंगी और आवश्यक आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए गन्ना कोल्हुओं की ओर रुख किया है।
जेएनएन, बुलंदशहर। गन्ना भुगतान के मामले में भले ही जनपद मंडल में पहले पायदान पर हो, लेकिन अभी तक किसानों को मात्र 55 फीसद ही गन्ना भुगतान हो पाया है। हालात यह हैं कि जिले की चार चीनी मिलों ने 477 करोड़ रुपये मूल्य का गन्ना पेराई कर लिया है और इसकी सापेक्ष भुगतान मात्र 255 करोड़ किया है। ऐसे में किसानों ने आर्थिक तंगी और आवश्यक आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए गन्ना कोल्हुओं की ओर रुख किया है।
गन्ना भुगतान के मामले में कृषि प्रधान जिला मंडल में अव्वल है। जिले में 64 हजार 800 हेक्टेयर में गन्ना उत्पादन होता है और गन्ने की फसल उत्पादन में 1.20 लाख किसान परिवार जुडे़ हैं। नवंबर माह से वित्तीय गन्ना पेराई सत्र का प्रांरभ हो चुका है। साढ़े तीन माह में चार चीनी मिलों ने 62 प्रतिशत गन्ने की पेराई कर दी है और भुगतान 222 करोड़ बकाया है। ऐसे में गुड़ के भाव में आए उछाल से गन्ना किसानों ने कोल्हुओं की ओर रुख कर दिया है। कोल्हू पर 260 से 270 रुपये प्रति कुंतल की दर से गन्ना खरीद हो रही है। इसके साथ नकद भुगतान दिया जा रहा है।
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बकाया भुगतान की स्थिति
चीनी मिल गन्ना मूल्य भुगतान बकाया
साबितगढ़ चीनी मिल 20674.23 15446.87 5227.36
अनामिका चीनी मिल 12453.87 7197.03 5256.84
बुलंदशहर चीनी मिल 7661.49 1335.22 6326.27
अनूपशहर चीनी मिल 6951.30 1559.62 1559.62
योग 47740.89 25538.74 22202.15
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किसान बोले..
गन्ना पर्ची का समय से न आना और 14 दिनों में भुगतान न होने से सस्ती दरों पर कोल्हुओं पर गन्ना डालना पड़ रहा है। परिवार के खर्च पूरे करने के लिए किसान मजबूर हैं।
-नीरज चौधरी
फिरोजपुर, खुर्जा
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तीन वर्षों से गन्ना मूल्य में वृद्धि नहीं की गई है। जबकि, लागत दो से तीन गुणा हो चुकी है। चार माह से भुगतान भी नहीं हो रहा। ऐसे में कोल्हू में गन्ना डालकर आवश्यकताओं की पूर्ति की जा रही है।
-विवेक कुमार, जहांगीराबाद।