144 इनामी गिरफ्तार, फिर भी नहीं रुका अपराध
अपराध के लिहाज से इन दिनों मेरठ जोन में जनपद बुलंदशहर ज्यादा सुर्खियों में है। चाहे नरौरा में सर्राफ की हत्या का मामला हो या फिर जहांगीराबाद अनूपशहर और ककोड़ में लूटपाट की वारदात। यह स्थिति तब है जब बीते 11 महीनों में करीब 144 से ज्यादा इनामी बदमाश सलाखों के पीछे जा चुका है। अब एक बार फिर एसएसपी क्राइम कंट्रोल के लिए नए सिरे से समीक्षा कर रहे हैं जिसके तहत अपराधियों का डोजियर भरवा कर उन्हें सीधे रडार पर लिया जा रहा है।
बुलंदशहर, मनोज मिश्रा। अपराध के लिहाज से इन दिनों मेरठ जोन में जनपद बुलंदशहर ज्यादा सुर्खियों में है। चाहे नरौरा में सर्राफ की हत्या का मामला हो या फिर जहांगीराबाद, अनूपशहर और ककोड़ में लूटपाट की वारदात। यह स्थिति तब है, जब बीते 11 महीनों में करीब 144 से ज्यादा इनामी बदमाश सलाखों के पीछे जा चुका है। अब एक बार फिर एसएसपी क्राइम कंट्रोल के लिए नए सिरे से समीक्षा कर रहे हैं, जिसके तहत अपराधियों का डोजियर भरवा कर उन्हें सीधे रडार पर लिया जा रहा है।
साल 2020 के समापन में चंद दिन रह गए हैं। अन्य विभाग की तरह जिला पुलिस भी पूरे साल का लेखा-जोखा तैयार कर रही है। इस साल जून में नगर की यमुनापुरम कालोनी में पूर्व प्रधान व हिस्ट्रीशीटर संजय उर्फ संजीव की हत्या करने वाले 50-50 हजार के इनामी सोनू, जयकुमार उर्फ जैका सहित एक अन्य को जिला पुलिस के बजाए नोएडा एसटीएफ ने दिल्ली से पकड़ा था, लेकिन अपराध का ग्राफ लगातार बढ़ता गया। हालांकि जनता के बीच अपनी सकारात्मक छवि बना चुके एसएसपी संतोष कुमार सिंह कई बार अपनी टीम को फिल्टर कर चुके हैं, लेकिन मठाधीश बन चुके अधीनस्थों की प्राथमिकता क्राइम कंट्रोल के बजाए कुछ और ही है। अब तक गिरफ्तार हुए अधिकांश बदमाश गैरजनपद के हैं, जो रेकी कर यहां आते थे और अपराध को अंजाम देकर गायब हो जाते थे। गिरफ्तार बदमाशों पर इनाम की धनराशि 34 लाख रुपये है।
इतने इनामी बदमाशों की हुई गिरफ्तारी
50 हजारी तीन
25 हजारी 76
20 हजारी 29
15 हजारी तीन
आत्मसमर्पण करने वाले बदमाश
25 हजारी 15
20 हजारी 17
15 हजारी एक
इनका कहना है..
लगातार अपराधियों को गिरफ्तार किया जा रहा है। जो भी घटनाएं हो रही हैं, उनका राजफाश भी जल्द हो रहा है। साथ ही लापरवाही बरतने वालों पर विभागीय कार्रवाई भी की जा रही है।
-संतोष कुमार सिंह, एसएसपी।