क्लास रूम में 10वीं के छात्र की हत्या
शिकारपुर स्थित सूरजभान सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कालेज में गुरुवार सुबह 10वीं के एक नाबालिग छात्र ने क्लास रूम में ही सहपाठी की गोली मारकर हत्या कर दी। दिल दहला देने वाली यह वारदात दोनों के बीच महज सीट पर बैठने को लेकर हुए विवाद के कारण हुई। फायरिंग और उसके बाद खून से लथपथ छात्र को देख कक्षा में अफरा-तफरी मच गई। छात्रों की चीख-पुकार सुन शिक्षक भी क्लासरूम की ओर दौड़े।
जेएनएन, बुलंदशहर। शिकारपुर स्थित सूरजभान सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कालेज में गुरुवार सुबह 10वीं के एक नाबालिग छात्र ने क्लास रूम में ही सहपाठी की गोली मारकर हत्या कर दी। दिल दहला देने वाली यह वारदात दोनों के बीच महज सीट पर बैठने को लेकर हुए विवाद के कारण हुई। फायरिंग और उसके बाद खून से लथपथ छात्र को देख कक्षा में अफरा-तफरी मच गई। छात्रों की चीख-पुकार सुन शिक्षक भी क्लासरूम की ओर दौड़े। इस दौरान प्रधानाचार्य ने मुख्यद्वार बंद करवा दिया और भाग रहे हत्यारोपित छात्र को दबोच लिया गया। आरोपित छात्र के पास से उसके चाचा की लाइसेंसी पिस्टल बरामद हुई है। पुलिस की पूछताछ में सामने आया है कि एक दिन पूर्व दो शिक्षकों द्वारा पीटे जाने के बाद आरोपित छात्र ने दोनों शिक्षकों को मारने की नीयत के साथ विद्यालय पहुंचा था, लेकिन कुर्सी पर बैठने के विवाद में पहले ही उसने टार्जन की हत्या कर दी और पकड़ा गया।
गाव आचरूकला निवासी अनुसूचित जाति के रवि कुमार कारपेंटर हैं। उनका 14 वर्षीय इकलौता पुत्र टार्जन सूरजभान सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कालेज में कक्षा 10 का छात्र था। गुरुवार को भी टार्जन अपनी कक्षा में था। बताया जाता है कि दूसरा पीरियड शुरू होने से पहले नौरंगाबाद क्षेत्र निवासी एक छात्र ने टार्जन को कुर्सी से उठने के लिए कहा। इसी बात पर दोनों के बीच नोकझोंक हुई, लेकिन टार्जन कुर्सी से नहीं उठा। इसपर गुस्साए आरोपित ने अपने बैग से पिस्टल निकाली और टार्जन को लक्ष्य कर दो फायर कर दिए। एक गोली टार्जन के सिर जबकि दूसरी गोली उसके सीने में लगी। टार्जन ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। गोली चलते ही कक्षा में मौजूद 36 छात्र-छात्राएं चीखने लगे, उधर हत्यारोपित छात्र भागने की कोशिश करने लगा। भारी अफरातफरी के बीच प्रधानाचार्य प्रभात कुमार गुप्ता ने तुरंत स्कूल का मुख्यद्वार बंद करवा दिया और आरोपित को पकड़कर पुलिस को सूचना दी। स्कूल पहुंची पुलिस ने हत्यारोपित छात्र को पिस्टल सहित पकड़ लिया। पिस्टल उसके रिटायर्ड फौजी चाचा की है। इसे वह चुपके से बैग में डालकर लाया था। पुलिस ने टार्जन को अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
प्रधानाचार्य ने बताया कि कक्षा में मौजूद छात्रों के अनुसार, टार्जन और आरोपित के बीच सीट पर बैठने को लेकर विवाद हुआ था। दूसरी ओर, टार्जन की हत्या की खबर मिलते ही रोते-बिलखते स्वजन अस्पताल पहुंचे। एसपी देहात हरेंद्र कुमार और सीओ गोपाल सिंह ने इस मामले में लोगों से जानकारी ली। आरोपित के बैग से मिला एक तमंचा भी
हत्यारोपित छात्र के मंसूबे कितने खतरनाक थे, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि चाचा की लाइसेंसी पिस्टल से तो उसने हत्या की, लेकिन जब उसके बैग की तलाशी हुई तो उसमें एक तमंचा और कारतूस भी बरामद हुआ। पूछताछ में आरोपित ने बताया कि यह तमंचा उसने अपने दोस्त से मागा था, वो भी उसी क्लास में पढ़ता है। पुलिस ने उस छात्र को भी हिरासत में ले लिया है। दो शिक्षकों की हत्या के इरादे से लाया था पिस्टल
पूछताछ के दौरान हत्यारोपित ने बताया कि घटना के एक दिन पूर्व बुधवार को कक्षा में सीटी बजाने पर दो शिक्षकों ने उसकी पिटाई की थी। तब वह खामोश रहा, लेकिन मन ही मन उसने इस अपमान का बदला लेने के लिए दोनों शिक्षकों की हत्या करने की योजना बनाई। उसने बुधवार रात ही अपने चाचा की लाइसेंसी पिस्टल चुपके से अपने बैग में रख ली। पुलिस के अनुसार, गुरुवार को वह हत्या की योजना के साथ ही स्कूल आया था, लेकिन टार्जन ने आगे वाली कुर्सी पर बैठकर उसका खेल बिगाड़ दिया था। दरअसल, आरोपित का इरादा कक्ष द्वार के पास वाली आगे की सीट पर बैठने का था, ताकि वारदात को अंजाम दे वह आराम से निकल सके। इन्होंने कहा.
शुरुआती जाच पड़ताल में पता चला है कि, सीट पर बैठने के झगड़े में आरोपित ने गोली मारकर हत्या की है। घटना में दोनों ही छात्रों की उम्र 14 -14 साल है। टार्जन के पिता रवि की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। एक तहरीर प्रधानाचार्य की ओर से भी मिली है। आरोपित छात्र को गिरफ्तार कर पूछताछ की जा रही है।
- संतोष कुमार सिंह, एसएसपी।