बच्चों के लिए 100 बेड का आरक्षित होगा कोविड अस्पताल
कोरोना की तीसरी लहर को लेकर अलर्ट जारी है। ऐसे में सरकार से लेकर स्थानीय प्रशासन किसी भी तरह की लापरवाही बरतने के मूड में नहीं है।
बुलंदशहर, जेएनएन। कोरोना की तीसरी लहर को लेकर अलर्ट जारी है। ऐसे में सरकार से लेकर स्थानीय प्रशासन किसी भी तरह की लापरवाही बरतने के मूड में नहीं है। जिला प्रशासन ने तीसरी लहर की संभावना को देखते हुए बच्चों को बचाने के लिए कवायद तेज कर दी है। जनपद में बच्चों के लिए पांच कोविड अस्पताल में 100 बेड को आरक्षित कर लिया है। जिससे जरूरत पड़ने पर प्रभावित बच्चों को तुरंत उपचार दिया जा सके। साथ ही जिला अस्पताल सहित दो स्थानों पर आइसीयू भी तैयार किए जा रहे हैं।
कोरोना मरीजों को सबसे ज्यादा दिक्कत आक्सीजन न मिलने के कारण होती है। मरीजों को सही तरह से इलाज नहीं हो पाता है। पहली लहर में आक्सीजन व वेंटीलेटर की जरूरत मरीजों को कम ही पड़ी थी। लेकिन दूसरी लहर में आक्सीजन और बेड की किल्लत को लेकर मारामारी मच गई है। अब भी हालात ज्यादा बेहतर नहीं हो सके हैं। तीसरी लहर में सबसे ज्यादा बच्चों को प्रभावित होने की आशंका जताई जा रही है। स्वास्थ्य विभाग ने खुर्जा, सिकंदराबाद, डिबाई, वीआइआइटी और स्याना में बच्चों के लिए कोविड अस्पताल बनाने की योजना बनाई है। स्वास्थ्य विभाग के अफसरों का कहना है कि इन अस्पतालों में करीब 100 बेड तैयार किए जाएंगे। इसमें वीआइआइटी में 40 और अन्य स्थानों पर 10-12 बेड तैयार होंगे।
जिला अस्पताल में बना आइसीयू
जिला अस्पताल में स्थित बाल रोग विभाग में बच्चों के लिए आइसीयू तैयार किया जा रहे हैं। इसमें बेड की संख्या 10-15 तक रहेगी। बच्चों के इलाज को तमाम व्यवस्थाएं की जा रही हैं।
इनका कहना है..
कोरोना की तीसरी लहर के मद्देनजर तैयारी की जा रही है। जिले में पांच कोविड अस्पताल बनाए जाएंगे। इसकी तैयारी शुरु कर दी है। जिला अस्पताल में आइसीयू तैयार हो चुका है। अभी और आइसीयू बेड तैयार कराए जाएंगे।
डा. भवतोष शंखधर, सीएमओ