श्वसन तंत्र और शरीर को मजबूत बनाता है योग
कोरोना लगातार लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है ऐसे में शारीरिक मजबूती बहुत अहम साबित हो रही है। इस स्थिति में अच्छे स्वास्थ्य के लिए योग बहुत उपयोगी है। प्राणायाम और कपालभाति के अभ्यास से आक्सीजन स्तर अच्छा रहेगा और सांस की समस्या भी नहीं होगी। नियमित योग से जहां सोच सकारात्मक बनेगी वहीं कोरोना को आसानी से हराया जा सकेगा। यह कहना है योगाचार्य डा. नरेंद्र सिंह का।
जेएनएन, बिजनौर। कोरोना लगातार लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है, ऐसे में शारीरिक मजबूती बहुत अहम साबित हो रही है। इस स्थिति में अच्छे स्वास्थ्य के लिए योग बहुत उपयोगी है। प्राणायाम और कपालभाति के अभ्यास से आक्सीजन स्तर अच्छा रहेगा और सांस की समस्या भी नहीं होगी। नियमित योग से जहां सोच सकारात्मक बनेगी, वहीं कोरोना को आसानी से हराया जा सकेगा। यह कहना है योगाचार्य डा. नरेंद्र सिंह का।
योगाचार्य डा. नरेंद्र सिंह का कहना है कि देखा जा रहा है कि कोरोना के साथ-साथ बुखार भी अपना प्रकोप दिखा रहा है। लोगों में आक्सीजन की कमी हो रही है। आक्सीजन स्तर बढ़ाने और शरीर को स्वस्थ बनाने के लिए योग क्रियाएं उपयोगी साबित हो रही है। बताया कि कपालभाति आसन के माध्यम से आक्सीजन सही रहती है। शुरुआती दौर में इस आसान को पांच मिनट से दस मिनट तक करते रहें, फिर धीरे-धीरे समय सीमा बढ़ाएं। इससे शरीर में आक्सीजन की कमी नहीं होगी। श्वसन तंत्र मजबूत होगा तो फेफड़े भी स्वस्थ रहेंगे। इसके अलावा भस्त्रिका, अनुलोम विलोम क्रियाएं भी करती रहनी चाहिए। योग के माध्यम से कई बीमारियों को दूर भगाया जा सकता है। ऐसे ही कोरोनाकाल में योग बहुत उपयोगी सिद्ध हो रहा है। सुबह शाम योग क्रियाएं करने से सांस नहीं फूलेगा और आक्सीजन स्तर भी ठीक रहेगा।
जीवन रक्षक बन रही एंबुलेंस
कोरोना संक्रमण के चलते 108 एम्बुलेंस सेवा एक बार फिर जीवन रक्षक बनकर काम कर रही हैं। विषम परिस्थितियों में भी एम्बुलेंस कर्मचारी मरीजों को अस्पताल तक पहुंचाने के लिए 24 घंटे सेवा में तत्पर हैं तथा निस्वार्थ भाव से देश सेवा में जुटे हैं। डिस्ट्रिक्ट कोआर्डिनेटर रुरल सावन कुमार ने बताया कि इस सेवा से जुड़े सभी लोग अपनी जान की परवाह न करते हुए अपने कर्तव्य का निर्वहन पूरी ईमानदारी से कर रहे हैं।