नालों में उल्टी दिशा में होगी पानी की निकासी
पानी की निकासी के लिए नालों के निर्माण में पालिका की ओर से लाखों करोड़ों रुपये खर्च तो कर दिए जाते हैं लेकिन उनके निर्माण और रखरखाव पर कोई ध्यान नहीं दिया जाता है।
बिजनौर, जेएनएन। पानी की निकासी के लिए नालों के निर्माण में पालिका की ओर से लाखों करोड़ों रुपये खर्च तो कर दिए जाते हैं, लेकिन उनके निर्माण और रखरखाव पर कोई ध्यान नहीं दिया जाता है। इसका नजारा इन दिनों नहटौर रोड पर कोतवाली के सामने देखने को मिल रहा है। चौंकाने वाली बात यह है कि लाखों की लागत से बने दो नालों की निकासी उल्टी दिशा में की जा रही। जिससे नाले चंद दिन में पानी से लबालब हो चुके हैं। इस पर अधिकारियों की कोई नजर नहीं है।
नहटौर रोड पर कोतवाली के सामने नाला न बने होने के चलते पानी अधिकांश समय सड़क पर ही बहता नजर आता था। जिसके चलते पिछले दिनों पालिका की ओर से कोतवाली के सामने दो नालों का निर्माण कार्य शुरू हुआ। जिनकी लागत करीब आठ थी। खास बात यह है कि शुरू ही निकासी के लिए नालों को लेबल उल्टा लिया गया। उस दौरान लोगों ने इसका विरोध भी किया, लेकिन अधिकारियों व ठेकेदारों ने मनमानी करते हुए नालों की निकासी उल्टी दिशा में कर दी। चंद दिन पूर्व ही नाले तैयार हुए और अब नाले ओवरफ्लो होने की स्थिति में है। इसकी वजह पानी की निकासी सही दिशा में न होना है। यही स्थिति रही तो आने वाले दिनों में पानी ओवरफ्लो रहेगा और नाले के निर्माण की गई कारगुजारी का भी पता लग जाएगा। दो दिन पूर्व कोतवाली की मेस में भारी मात्रा में पानी भर गया था। जिसके बाद जैसे-तैसे पानी निकाला गया। ईओ अनुज कौशिक का कहना है कि टीम को भेजकर जांच कराई जाएगी। यदि निर्माण में अनियमितताएं बरती गई तो उसकी जांच भी होगी।