हर्बल मार्ग को पहचान दिलाएंगे स्वयंसेवी
लोक निर्माण विभाग नजीबाबाद में दो राष्ट्रीय राजमार्गो से जुड़े बाईपास मार्ग को हर्बल मार्ग के रूप में विकसित नहीं कर सका है। हालांकि मार्ग पर कुछ औषधीय पौधे रोपित कर ट्री गार्ड लगाए गए थे लेकिन देखरेख के अभाव में यह बदहाल हो गए।
बिजनौर, जागरण टीम। लोक निर्माण विभाग नजीबाबाद में दो राष्ट्रीय राजमार्गो से जुड़े बाईपास मार्ग को हर्बल मार्ग के रूप में विकसित नहीं कर सका है। हालांकि मार्ग पर कुछ औषधीय पौधे रोपित कर ट्री गार्ड लगाए गए थे, लेकिन देखरेख के अभाव में यह बदहाल हो गए। पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में काम कर रहे स्वयंसेवकों ने फरवरी में मौसम में बदलाव होने पर हर्बल मार्ग को उसका वास्तविक स्वरूप दिलाने की ठानी है।
नजीबाबाद से हरिद्वार-मुरादाबाद और मेरठ-पौड़ी राष्ट्रीय राजमार्ग एकदूसरे को क्रास कर गुजरते हैं। वहीं, इन राजमार्गों का भारी यातायात नगर क्षेत्र में पहुंचने से रोकने के लिए गतवर्षो में बाईपास मार्ग विकसित किए गए हैं। दोनों राजमार्गो से जुड़े आजाद चौक से मालन नदी पुल के निकट तक के करीब दो किलोमीटर लंबे बाईपास मार्ग को गतवर्ष लोक निर्माण विभाग ने हर्बल मार्ग के रूप में स्थापित करने की शुरुआत की थी, लेकिन यह कोशिश कागजी बनकर रह गई। लोक निर्माण विभाग द्वारा मार्ग पर कुछ औषधीय एवं आयुर्वेदिक गुणों के पौधे रोपित कर उन पर सीमेंटेड ट्री गार्ड लगाए थे। वर्तमान में अधिकांश पौधे नष्ट हो चुके हैं। कई जगहों पर ट्री गार्ड भी नहीं बचे हैं।
स्वयंसेवी संस्था नमो फाउंडेशन के संस्थापक सुशील राजपूत ने बताया कि इस समय मौके अनुकूल नहीं है, लेकिन फरवरी में मौसम में बदलाव होते ही हर्बल मार्ग को उसकी वास्तविक पहचान दिलाने की ओर काम किया जाएगा। इसके लिए कार्ययोजना बना ली गई है। कम से कम 200 हर्बल पौधे, जिनमें अर्जुन, नीम, आंवला, हरड़, जामुन शामिल होंगे, रोपित किए जाएंगे। न केवल रोपित करेंगे, बल्कि उनकी सुरक्षा और संरक्षण की दिशा में काम करेंगे।
जिले भर में चलेगा जनजागरूकता अभियान
जिले भर में 11 कुंडीय 10 यज्ञ का आयोजन किया जाना है। 23 जनवरी को महावीर बाल वाटिका बिजनौर से इसकी शुरूआत होने जा रही है। यज्ञ आयोजन में पेड़-पानी बचाने और पालीथिन को त्यागने का आह्वान किया जाएगा।