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प्रधान समेत ग्रामीणों ने किया चुनाव बहिष्कार का एलान

लंबे समय से सड़क बिजली पानी समेत कई समस्याओं से जूझ रहे नजीबाबाद क्षेत्र के गांव अकबरपुर चौगांवा क्षेत्र के कई ग्रामीणों ने विधानसभा चुनाव के बहिष्कार का एलान कर दिया है। ग्रामीणों का कहना है कि हर एक चुनाव में उन्हें लुभावने आश्वासन देकर नेता उनको ठगते आए हैं।

By JagranEdited By: Published: Sat, 29 Jan 2022 06:07 PM (IST)Updated: Sat, 29 Jan 2022 06:07 PM (IST)
प्रधान समेत ग्रामीणों ने किया चुनाव बहिष्कार का एलान
प्रधान समेत ग्रामीणों ने किया चुनाव बहिष्कार का एलान

बिजनौर, जागरण टीम। लंबे समय से सड़क, बिजली, पानी समेत कई समस्याओं से जूझ रहे नजीबाबाद क्षेत्र के गांव अकबरपुर चौगांवा क्षेत्र के कई ग्रामीणों ने विधानसभा चुनाव के बहिष्कार का एलान कर दिया है। ग्रामीणों का कहना है कि हर एक चुनाव में उन्हें लुभावने आश्वासन देकर नेता उनको ठगते आए हैं। गांव को नगर क्षेत्र से और कई अन्य गांवों से जोड़ने वाला मुख्य मार्ग पिछले 40-50 वर्षो से नहीं बना है।

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अनदेखी होने से मार्ग कई जगह ध्वस्त होकर तालाब की शक्ल ले चुका है। करीब ढाई-तीन वर्ष पहले गांव में बनी विद्युत लाइन से आज तक विद्युत आपूर्ति नहीं की जा सकी है। पेयजल आपूर्ति का ओवरहेड टैंक शोपीस बना है। जलापूर्ति के लिए लोग सबमर्सिबल और हैंडपंपों पर निर्भर हैं। लंबे समय से समस्याओं से जूझ रहे ग्रामीणों ने गांव के बदहाल पड़े मुख्य मार्ग पर एकत्र होकर चुनाव बहिष्कार का ऐलान कर दिया। ग्रामीणों कृष्ण कुमार, विकास चौधरी, रामकुमार, महावीर सिंह, उदयराज, प्रवेश कुमार, कोमल सिंह, गेंदा सिंह, पुष्पेंद्र सिंह, बाल सिंह, शेर सिंह, रामकुमार, मुनीश अहमद, नागर सिंह आदि ने नारेबाजी की और कहा कि इस बार वे लुभावने आश्वासन देने वाले नेताओं से बिल्कुल बात नहीं करेंगे और वोट भी नहीं देंगे। वोट उसी को देंगे, तो उनकी खैर-खबर लेगा। फिलहाल अभी तक गांव में किसी भी पार्टी का प्रत्याशी, विधायक या सांसद ग्रामीणों की सुध लेने नहीं पहुंचा है। नाम बड़े और दर्शन छोटे

गांव अकबरपुर चौगांवा हाईवे-119 से जुड़ा है और नजीबाबाद नगर सीमा से सटा है। गांव में 33 केवी बिजलीघर, मंडलीय ग्रामोद्योग प्रशिक्षण केंद्र है। हाईवे के साथ-साथ गांव का दूसरा रास्ता सीधा थाने से जुड़ा है। गांव प्रशासन की नजर में रहता है। यहां अक्सर वीआइपी का आवागमन रहता है। गांव का सूरत-ए-हाल

गांव में करीब 600 से अधिक परिवार हैं। यहां की आबादी पांच हजार से अधिक है और यहां करीब ढाई हजार वोटर हैं। गांव के मतदाता मतदान के प्रति जागरूक रहते हैं। ग्राम पंचायत चुनाव में यहां करीब 70 और अन्य चुनाव में लगभग 65 प्रतिशत मतदाता होता है।


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