पोस्टमार्टम में देरी पर हंगामा, डॉक्टर से मारपीट का आरोप
गर्भवती महिला एवं 11 माह के मासूम के पोस्टमार्टम में देरी को लेकर रविवार को पोस्टमार्टम हाउस पर हंगामा हुआ।
बिजनौर, जेएनएन: गर्भवती महिला एवं 11 माह के मासूम के पोस्टमार्टम में देरी को लेकर रविवार को पोस्टमार्टम हाउस पर हंगामा हुआ। डॉक्टर का आरोप है कि विधायक पति और उनके समर्थकों ने उसके साथ अभद्रता और मारपीट की है। डॉक्टरों के प्रतिनिधिमंडल ने डीएम को शिकायत पत्र देकर कार्रवाई नहीं होने पर हड़ताल की चेतावनी दी है। उधर, मृतक के परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर ने देरी से आने के बाद भी एक मंत्री का रिश्तेदार होने का रौब गालिब किया।
शनिवार शाम द्वारिकापुरी निवासी गर्भवती महिला स्वाति व उसके 11 माह के बेटे भास्कर की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी। घटना को लेकर हाईवे पर जाम भी लगा था। पुलिस ने बमुश्किल समझा-बुझाकर शवों को पोस्टमार्टम हाउस भिजवा दिया। रविवार सुबह सैकड़ों लोग पोस्टमार्टम हाउस पहुंच गए। दोपहर 11 बजे तक डॉक्टर पोस्टमार्टम हाउस नहीं पहुंचे। इस पर परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया। सूचना पर सदर विधायक पति ऐश्वर्य उर्फ मौसम चौधरी पोस्टमार्टम हाउस पहुंच गए। उन्होंने जिलाधिकारी व सीएमओ को फोन कर डॉक्टर के नहीं होने शिकायत की। कुछ देर बाद डॉक्टर रजनीश शर्मा पोस्टमार्टम हाउस पहुंच गए। देरी से आने पर एश्वर्य की मौजूदगी में मृतक के परिजनों और डॉक्टर में कहासुनी हो गई। परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर ने खुद को पूर्वाचल के एक मंत्री का रिश्तेदार बताकर रौब गालिब किया। इस पर वहां हंगामा खड़ा हो गया। एश्वर्य व समर्थक भड़क गए। डॉक्टर को खरी-खोटी सुनाई। सूचना पर सीओ सिटी अरुण कुमार मौके पर पहुंच गए और आक्रोशित लोगों को समझा-बुझाकर शांत किया। डॉक्टर ने आरोप लगाया कि विधायक पति व समर्थकों ने गाली-गलौज व मारपीट की है। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शवों को परिजनों को सौंप दिया है।
डीएम से मिले डाक्टर
देर शाम प्रांतीय चिकित्सा सेवा संघ का एक प्रतिनिधिमंडल जिलाधिकारी रमाकांत पांडेय से मिला। डॉक्टर को दिए शिकायत पत्र में डाक्टर रजनीश शर्मा ने बताया कि कागजात पूरे होने पर तुरंत वहां पहुंच गए थे। इससे पहले वह लगातार अपने फार्मासिस्ट के संपर्क में थे। इसके बावजूद भी विधायक पति व समर्थकों ने बदसलूकी की है। उन्होंने कानूनी कार्रवाई नहीं होने पर हड़ताल की चेतावनी दी है। इस दौरान डा. कपिल चौधरी, बीएस रावत समेत अन्य डॉक्टर थे। जिलाधिकारी ने जांच कर कार्रवाई का आश्वासन दिया है। इनका कहना है कि
मामले की गंभीरता को देखते हुए रात में ही पुलिस ने पंचनामा के कागजात पूरे कर लिए थे। साढ़े ग्यारह बजे तक डॉक्टर नहीं पहुंचा। शिकायत के बाद डॉक्टर वहां पहुंचे तो उन्होंने मृतकों के परिजनों से बदसलूकी की। इसकी शिकायत जिलाधिकारी एवं सीएमओ से कर दी गई है। खुद पर कार्रवाई के डर से देर शाम डॉक्टर अभद्रता का आरोप लगाने लगा।
ऐश्वर्य चौधरी, विधायक सदर पति जिलाधिकारी को शिकायत की गई है। इस मामले में जांच की जा रही है।
संजीव त्यागी, एसपी