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नब्ज की 'विवेचना' कर रहा वर्दी वाला अफसर

तालीम कभी बेकार नहीं जाती। हुनरमंदी जीवन में कब और कहा काम आ जाए कुछ कहा नहीं जा सकता। जिम्मा तो उनका अपराध और अपराधियों पर नकेल कसने का है लेकिन जुटे हैं कोरोना की नकेल कसने में। ये हैं अंडर ट्रेनिंग सीओ डा. गणेश कुमार गुप्ता। दरअसल गणेश एमबीबीएस भी हैं लिहाजा विपदा की इस घड़ी में फिलवक्त वह संक्रमित पुलिसकर्मियों के लिए डाक्टर की भूमिका में भी हैं।

By JagranEdited By: Published: Wed, 12 May 2021 09:22 AM (IST)Updated: Wed, 12 May 2021 09:22 AM (IST)
नब्ज की 'विवेचना' कर रहा वर्दी वाला अफसर
नब्ज की 'विवेचना' कर रहा वर्दी वाला अफसर

बिजनौर, बिरेंद्र देशवाल। तालीम कभी बेकार नहीं जाती। हुनरमंदी जीवन में कब और कहा काम आ जाए, कुछ कहा नहीं जा सकता। जिम्मा तो उनका अपराध और अपराधियों पर नकेल कसने का है लेकिन जुटे हैं कोरोना की नकेल कसने में। ये हैं अंडर ट्रेनिंग सीओ डा. गणेश कुमार गुप्ता। दरअसल, गणेश एमबीबीएस भी हैं, लिहाजा विपदा की इस घड़ी में फिलवक्त वह संक्रमित पुलिसकर्मियों के लिए डाक्टर की भूमिका में भी हैं।

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त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के बाद लौटे 140 पुलिसकर्मी फिलहाल कोरोना संक्रमित हैं। पुलिस लाइन और थानों में बने आइसोलेशन वार्ड में उन्हें क्वारंटाइन किया गया है। विभाग के अंडर ट्रेनी सीओ डा. गणेश कुमार गुप्ता संक्रमित पुलिसकर्मियों के बड़े मददगार बने हैं। उनके पास शहर कोतवाली की जिम्मेदारी है। एक सप्ताह से सीओ सिटी के संक्रमित होने के कारण वह सर्किल का काम भी देख रहे हैं।

दरअसल, डा. गणेश कुमार गुप्ता की शैक्षिक योग्यता एमबीबीएस है। सीओ रोजाना सुबह-शाम सभी पीड़ित पुलिसकर्मियों से मोबाइल पर बातचीत कर उनकी मानसिक जांच करते हैं। उनका मनोबल बढ़ाते हैं। दवाओं और खान-पान की भी सलाह देते हैं। आइसोलेशन वार्ड का निरीक्षण कर मरीजों के आक्सीजन लेवल, बीपी और पल्स की जांच करते हैं। उनके मोबाइल पर फोन करके संक्रमित पुलिसकर्मी सलाह लेते रहते हैं।

केजीएमसी लखनऊ से एमबीबीएस

गोरखपुर निवासी गणेश ने वर्ष 2010 में लखनऊ के किग जार्ज मेडिकल कालेज से एमबीबीएस किया। 2012 में बतौर मेडिकल अफसर उत्तर प्रदेश में नियुक्ति हुई। 2019 में दिल्ली में मेडिकल अफसर रहे। नौकरी के दौरान ही 2016 में उनका पीपीएस में चयन हुआ, जिसका परिणाम वर्ष 2020 में आया। उनकी पत्नी आकृति गुप्ता भी बिजनौर जनपद में ही मेडिकल अफसर हैं। वह भी उनकी मदद करती हैं। इन्होंने कहा..

एमबीबीएस होने के कारण एसपी ने विभागीय कार्य के साथ-साथ यह अहम जिम्मेदारी भी सौंपी है। संक्रमित मरीजों को दवाओं के साथ-साथ उनका मानसिक स्तर मजबूत करने की भी आवश्यकता होती है। मुझे खुशी है कि मैं अपनी शिक्षा का इस्तेमाल विभाग के लिए कर रहा हूं।

-डा. गणेश कुमार गुप्ता, सीओ डा. गणेश जनपद में ट्रेनिग कर रहे हैं। वह वर्षों मेडिकल पेशे से भी जुड़े रहे। उनकी काबलियत को देखते हुए उन्हें पुलिसिग कार्य के साथ-साथ संक्रमित पुलिसकर्मियों की देखभाल में लगाया है। विभाग ने खुद ही सामान्य मेडिकल संसाधन जुटा लिए हैं।

-डा. धर्मवीर सिंह, एसपी


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