दो प्रत्याशी समर्थक आए आमने-सामने
जेएनएन बिजनौर जिला पंचायत सदस्य पद के दो प्रत्याशी समर्थक आमने-सामने आ गए। बताया जा रहा है कि
जेएनएन, बिजनौर: जिला पंचायत सदस्य पद के दो प्रत्याशी समर्थक आमने-सामने आ गए। बताया जा रहा है कि एक पूर्व विधायक से दूसरे प्रत्याशी के समर्थकों से तीखी नोकझोंक हुई। ग्रामीणों ने किसी तरह बीच-बचाव कराया।
पूर्व विधायक की पत्नी एक सीट पर जिला पंचायत सदस्य पद पर उम्मीदवार है। इसी सीट पर पूर्व विधायक की बेटी मैदान में हैं। दोनों प्रत्यशी शुक्रवार की दोपहर ग्राम तरीकमपुर रूपचंद उर्फ टिककोपुर में वोट मांगने गए थे। इस बीच गांव के चौराहे पर पूर्व विधायक और दूसरे पक्ष के समर्थकों में नोकझोंक शुरू हो गए। इतना ही नही दोनों गट के लोगों के बीच जमकर गाली.गलौच भी हुई। काफी देर हुए हंगामे के बाद अन्य ग्रामीणों ने दोनों पक्षों को शांत किया। उधर ग्रामीणों का कहना है कि ग्राम प्रधानी को लेकर गांव में दो गुट है। दोनों गुट अलग-अलग प्रत्याशी के साथ है। बताया जा रहा है कि एक प्रत्याशी समर्थक चौराहे पर रुके हुए थे। तभी, पूर्व विधायक की गाड़ी वहां आकर रुक गई। इस पर विरोध शुरु हो गया। पुलिस ने घटना की जानकारी से इंकार किया है।
मतदाताओं को रिझाने में लगे प्रत्याशी
जेएनएन, बिजनौर। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में नामंकन कराने के बाद अब उम्मीदवारों ने मतदाताओं को रिझाने के लिए नए-नए तरीके अपनाने शुरू कर दिए है। देहात में मतदाताओं को कोई रसगुल्ले, तो कोई बिरयानी खिला रहा है। पुलिस ने शुक्रवार को रसगुल्ले बांटते हुए एक प्रत्याशी के समर्थक को पकड़ लिया।
बेगावाला पुलिस चौकी पर तैनात पुलिसकर्मियों ने शुक्रवार को ग्राम पंचायत बुरहानुद्दीनपुर में मतदाताओं को रसगुल्ले बांटते हुए एक प्रत्याशी के दो समर्थक दबोच लिए। पुलिस की इस कार्यवाही से अन्य प्रत्याशियों में हड़कम्प मच गया। प्रधान पद पर नामांकन कराने के बाद जैसे मतदाताओं को रिझाने के लिए कोई स्कीम आयी हो। प्रत्याशी मतदातों को अपनी ओर खींचने के लिए पैसे, रसगुल्ले, बिरयानी व मदिरा पिलाने में लगे हुए रहे है। कुछ प्रत्याशियों ने तो अपने घर के आसपास टेंट लगाकर दावतें शुरू कर दी है। एक ओर कोरोना को लेकर अधिकारी दिशा-निर्देश दे रही है। वही दूसरी ओर ग्राम पंचायतों में आचार सहिता का उलंघन किया जा रहा है। देर रात तक क्षेत्र के गांवों में दावतों का सिलसिला जारी रहता है। उधर चौकी इंचार्ज कुलदीप राणा का कहना है कि पकड़े ग्रामीणों को भविष्य में आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन ना करने की हिदायत देकर छोड़ दिया है।