सड़कों पर दौड़ रही मिट्टी से भरी ट्रैक्टर-ट्राली
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के चलते जिला-प्रशासन मतदान केंद्रों की व्यवस्थाओं में जुटा है। वहीं फोरलेन निर्माण की आड़ में खनन माफिया मिट्टी का अवैध ढुलान कर राजस्व को चूना लगा रहे हैं। बुंदकी बिजौरी कोटद्वार व जलालाबाद मार्ग पर मिट्टी से भरी ट्रैक्टर-ट्राली दौड़ रही है। मिट्टी खनन वाहनों के सड़कों पर दौड़ने से अब दुर्घटना का भी भय बना रहता है।
जेएनएन, बिजनौर। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के चलते जिला-प्रशासन मतदान केंद्रों की व्यवस्थाओं में जुटा है। वहीं, फोरलेन निर्माण की आड़ में खनन माफिया मिट्टी का अवैध ढुलान कर राजस्व को चूना लगा रहे हैं। बुंदकी, बिजौरी, कोटद्वार व जलालाबाद मार्ग पर मिट्टी से भरी ट्रैक्टर-ट्राली दौड़ रही है। मिट्टी खनन वाहनों के सड़कों पर दौड़ने से अब दुर्घटना का भी भय बना रहता है।
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए मतदान केंद्रों की व्यवस्थाएं दुरुस्त करने में प्रशासन जुटा हुआ है। प्रशासनिक अधिकारियों के चुनाव की तैयारियों में जुटे होने से मिट्टी खनन माफिया सक्रिय हो गए हैं। प्रशासन की आंख में धूल झोंककर खनन माफिया तालाबों और कालोनियों के प्लाटों का भरान कर राजस्व को हानि पहुंचा रहे हैं। नजीबाबाद से बुंदकी, कोटद्वार, जलालाबाद, बिजौरी, कोटवाली मार्ग पर मिट्टी से भरी ट्रैक्टर-ट्राली बेरोक-टोक दौड़ रही है। नागरिकों प्रदीप कुमार, सुरेश सिंह, मनोज कुमार व रोहिताश का कहना है कि मिट्टी से भरी ट्रैक्टर-ट्राली पहले रात के अंधेरे में सड़कों से गुजरती थी, लेकिन पंचायत चुनाव के शोरगुल में अब सड़कों पर दिन में ही दौड़ रही है। तेज रफ्तार खनन से भरे वाहनों से हर समय दुर्घटना का भी भय लगा रहा है। नागरिकों ने प्रशासन से अवैध मिट्टी खनन बंद कराने की मांग की है। इस संबंध में नजीबाबाद के तहसीलदार राधेश्याम शर्मा का कहना है कि अवैध मिट्टी का खनन रोकने के लिए टीम गठित की गई है। अवैध मिट्टी खनन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
कांशीराम आवासों के आवंटन के लिए धरना
स्योहारा मार्ग पर पिछले करीब 12 वर्षों से तैयार पड़े कांशीराम आवासों को गरीब व जरूरतमंदों को आवंटित करने की मांग की। इस मांग को लेकर धरना प्रदर्शन किया। शनिवार को दलित शोषित वनवासी समाज पार्टी ने आवासों के बाहर धरना दिया।
पार्टी के प्रदेश महासचिव सत्यप्रिय सक्सेना ने कहा कि अधिकारियों की लापरवाही के कारण आज तक तैयार आवास पात्रों को नहीं मिल सके है। उनका आरोप है कि करीब 12 साल पहले आवास बनकर तैयार हो गए थे, लेकिन गरीब व जरूरतमंद लोग भटक रहे हैं। जबकि कई बार स्थानीय से लेकर उच्चाधिकारियों को पत्र भेज कर मांग की जा चुकी है।
कार्यकर्ताओं ने कहा कि कुछ दिन पहले ही इन आवासों में अवैध तरीके से तमंचे बनाने की फैक्ट्री पकड़ी गई। कालोनी सुनसान पड़ी होने के कारण असामाजिक तत्वों का जमावड़ा हो रहा है। उन्होंने जल्द गरीबों को आवास आवंटित करने की मांग की। धरने में सत्यप्रिय सक्सेना, अनीस, विपुल कुमार व नसीम आदि शामिल रहे।