उत्कृष्ट कार्य करने वाले किए जाएंगे सम्मानित
डीएम रमाकांत पांडेय ने सोमवार को कलक्ट्रेट स्थित कार्यालय में लघु सिचाई विभाग के तत्वाधान में अफसरों को निर्देशित किया कि वह वाटर हार्वेस्टिग एवं भूगर्भ जल स्तर बढ़ाने जल संरक्षण एवं जल स्वच्छता के क्षेत्र में उत्कृष्ठ कार्य करने वाले एनजीओ किसानों एवं विद्यार्थियों के नाम का चयनित कर शासन को भेज दें ताकि शासन स्तर से उन्हें पुरस्कृत किया जा सके।
बिजनौर जेएनएन। डीएम रमाकांत पांडेय ने सोमवार को कलक्ट्रेट स्थित कार्यालय में लघु सिचाई विभाग के तत्वाधान में अफसरों को निर्देशित किया कि वह वाटर हार्वेस्टिग एवं भूगर्भ जल स्तर बढ़ाने, जल संरक्षण एवं जल स्वच्छता के क्षेत्र में उत्कृष्ठ कार्य करने वाले एनजीओ, किसानों एवं विद्यार्थियों के नाम का चयनित कर शासन को भेज दें, ताकि शासन स्तर से उन्हें पुरस्कृत किया जा सके।
उन्होंने कहा कि जल दोहन के व्यवसायिक प्रयोग करने की अनुमति प्राप्त करने वाले व्यापारिक प्रतिष्ठानों के मालिकों अथवा संचालकों को प्रतिष्ठान स्थल पर जल का स्तर और दैनिक रूप से दोहन करने का पूरा विवरण संकलित करने के बाद ही अनुज्ञापत्र जारी किया जाएगा। मानक से कम जल स्तर पाए जाने पर संबंधित क्षेत्रों में कमर्शियल प्रयोग की जल दोहन की अनुमति नहीं दी जाएगी। उन्होंने लघु सिचाई विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि वह जल का वाणिज्यिक प्रयोग करने के लिए बनाई गई उप समिति किसी भी प्रतिष्ठान को तब तक जल दोहन की अनुमति न प्रदान करें, जब तक प्रस्तावित प्रतिष्ठान के भूगर्भ का कम से कम और ज्यादा से ज्यादा जल स्तर और उसकी प्रतिदिन की खपत की पूर्ण जानकारी न प्राप्त कर लें। उन्होंने भूगर्भ जल स्तर बढ़ाने, जल संरक्षण एवं जल स्वच्छता के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले एनजीओ, किसानों एवं शोध कर रहे विद्यार्थियों का आह्वान किया कि वह अपने नाम एवं आवश्यक विवरण कार्यालय लघु सिचाई विभाग में तत्काल उपलब्ध करा दें। बैठक में सीडीओ केपी, सिंह, एडीएम प्रशासन विनोद कुमार गौड़, अतिरिक्त मजिस्ट्रेट परमानंद झा, सहायक अभियन्ता, लघु सिचाई राजेश कुमार वर्मा आदि अधिकारी मौजूद थे।
15 आयुर्वेदिक एवं होम्योपैथिक चिकित्सकों को दिए नियुक्ति पत्र
बिजनौर जेएनएन। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एनआइसी में वीडियो कांफ्रेंस के जरिए हुए वर्चुअल कार्यक्रम में 142 योग एवं वेलनेस केंद्रों का लोकार्पण किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि मनुष्य के चारों ओर फैली वनस्पति और पेड़-पौधों में विभिन्न प्रकार के औषधीय गुण हैं, जो किसी भी बीमारी को जड़ से समाप्त करने की क्षमता रखते हैं। कोरोना काल ने इस बात को प्रमाणित किया है कि आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति वर्तमान में प्रभावी है। कोरोना से बचाव और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए देश में ही नहीं विदेश में आयुर्वेद पद्धति द्वारा बनाए गए काढ़े की मांग बढ़ी है।
उन्होंने कहा कि हैल्थ टूरिज्म के जरिए चिकित्सा के क्षेत्र में नए-नए आयाम स्थापित किए जा रहे हैं। सरकार ने टेली चिकित्सा को आयुष मिशन से संबद्ध किया है। 142 योग एवं वेलनेस केन्द्रों का लोकार्पण करके सभी के लिए अध्यात्मिक और शारीरिक स्वास्थ्य का लाभ मिल सके। इस मौके पर डीएम रमाकांत पांडेय, विधायक नहटौर ओमकुमार, विधायक चांदपुर कमलेश सैनी ने संयुक्त रूप से आयुष मिशन के तहत जनपद में 15 नवनियुक्त आयुर्वेदिक एवं होम्योपैथिक चिकित्सकों को नियुक्ति पत्र वितरित किए। कार्यक्रम में सीडीओ केपी सिंह, जिला आयुर्वेद एवं युनानी चिकिसाधिकारी डा. ईसम पाल सिंह समेत संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद थे।