मौत की खबर से पसरा मातम, मिर्दगान में नहीं जले चूल्हे
एक ही परिवार के पांच लोगों की मौत की खबर से मिर्दगान में मातम पसर गया। चेयरपर्सन पति कुछ करीबी लोगों के साथ मेरठ रवाना हो गए। घर पर जानकारी लेने वालों का तांता लगा हुआ है। बेटी और बेटे का रो-रोकर बुरा हाल है। किसी को पता नहीं था कि जहीर को एयरपोर्ट पर विदा करके आ रहा परिवार इस दुनिया से चला जाएगा। देर शाम शव घर पर पहुंच गए। खबर लिखे जाने तक शवों को सुपुर्दे खाक किए जाने की तैयारी की जा रही थी।
बिजनौर, जेएनएन। एक ही परिवार के पांच लोगों की मौत की खबर से मिर्दगान में मातम पसर गया। चेयरपर्सन पति कुछ करीबी लोगों के साथ मेरठ रवाना हो गए। घर पर जानकारी लेने वालों का तांता लगा हुआ है। बेटी और बेटे का रो-रोकर बुरा हाल है। किसी को पता नहीं था कि जहीर को एयरपोर्ट पर विदा करके आ रहा परिवार इस दुनिया से चला जाएगा। देर शाम शव घर पर पहुंच गए। खबर लिखे जाने तक शवों को सुपुर्दे खाक किए जाने की तैयारी की जा रही थी।
शहर कोतवाली के मोहल्ला मिर्दगान निवासी जहीर खान सऊदी में फर्नीचर बनाने का कार्य करता है। वह करीब पांच महीने पहले कोरोना के चलते अपने घर आ गया था। रविवार को जहीर को सऊदी, उसके पुत्र जैद व भतीजे उफैजा को दुबई काम करने के लिए जाना था। जिनको दिल्ली एयरपोर्ट छोड़ने के लिए जहीर की पत्नी गुलशन, पुत्री फारिया, फाजिला फायजा, पुत्र कैफ, कोतवाली देहात के गांव इस्लामपुर लालू उर्फ मालीवाला निवासी पुत्री 23 वर्षीय अलमाश, दामाद ताजिम, नजीबाबाद निवासी भांजी जुबैरिया पुत्री जमीर, व नाती उमेर दो गाड़ियों में सवार होकर घर से निकले। दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचे पर स्वजन ने जहीर, जैद व उफैजा को वहां छोड़ दिया और कार में सवार होकर अपने घर आने के लिए चल दिये। मेरठ में परतापुर टोल प्लाजा के पास हादसे में एक कार में सवार फाजिया, अलमाश, नसीमा, ताजिम व जुबैरिया की मौत हो गई। हादसे की सूचना बिजनौर पहुंचते की परिजनों में कोहराम मच गया। मोहल्ले में पांच लोगों की मौत से मातम छा गया। घरों में चूल्हे नहीं जले। मोहल्ले व घरों के लोग सूचना मिलते की मेरठ की ओर दौड़ पडे़। परिजनों को सांत्वना देने के लिए रिश्तेदार व मोहल्लेवासियों को पूरे दिन तांता लगा रहा। चेयरपर्सन पति शमशाद अंसारी कुछ लोगों के साथ मेरठ पहुंच गए। अभी तक शवों का इंतजार था। लोगों में चर्चा है कि विदेश को विदा करने गया परिवार खुद विदा हो गया।
उमेर के सिर से उठा मां-बाप का साया
कोतवाली देहात के मालीवाला निवासी ताजित का निकाह डेढ़ साल पूर्व अलमाश से हुआ था। उनके सात माह का बेटा उमेर है। उमेर घायल है। दंपती की मौत से उमेर की सिर से मां-बाप का साया उठा गया है। उसकी परवरिश को लेकर चिता है।
अच्छी नहीं आर्थिक स्थिति
जहीर खान की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है। छोटा सा मकान है। मजदूरी के अलावा कोई साधन नहीं है, वह दुबई में फर्नीचर बनाने का काम करता है। इस बार बेटा और भतीजा भी काम करने विदेश जा रहे थे। उनका भी पासपोर्ट बनवाया था। परिवार में चार बेटी और दो बेटे हैं। हादसे में दो बेटी की मौत हो चुकी है।