फिल्म 'पानीपत' के निर्माता का पुतला फूंका
फिल्म पानीपत में राजा सूरजमल किरदार के साथ छेड़छाड़ करने और उनकी छवि धूमिल करने को लेकर लोगों का आक्रोश थमने का नाम नहीं ले रहा है।
बिजनौर, जेएनएन: फिल्म 'पानीपत' में राजा सूरजमल किरदार के साथ छेड़छाड़ करने और उनकी छवि धूमिल करने को लेकर लोगों का आक्रोश थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब महिलाओं में भी विरोध के स्वर गूंजने लगे हैं। रालोद महिला प्रकोष्ठ की जिलाध्यक्ष पूनम चौधरी के नेतृत्व ने गुरुवार को फिल्म के निर्माता का पुतला फूंका। इस मौके पर वक्ताओं ने फिल्म 'पानीपत' का प्रदर्शन देशभर में बैन करने की मांग की।
गुरुवार अपराह्न करीब तीन बजे बड़ी संख्या में रालोद कार्यकर्ता नुमाइश ग्राउंड पहुंचे, जहां उन्होंने फिल्म 'पानीपत' में महाराजा सूरजमल के किरदार से छेड़छाड़ करने वाले का आरोप लगाते हुए फिल्म निर्माता सुनीता गोविरकर का पुतला फूंका। इस मौके पर पूनम चौधरी ने कहा कि फिल्म में राजा सूरजमल के चरित्र को देखकर मन पर चोट लगती है। फिल्म निर्माता एवं निर्देशक आशुतोष गोविरकर यदि इतिहास नहीं पढ़ सकते तो उन्हें वीर सावरकर की पुस्तक पढ़ लेनी चाहिए थी। राहुल चौधरी ने कहा कि राजा सूरजमल ने देश को एक सूत्र में बांधने का बीड़ा उठाया था। जिसके लिए वह शहीद हो गए। इंद्रमणि ने कहा बहू-बेटियों की इज्जत करने वाले छवि धूमिल करने वाली फिल्म पर देशभर में बैन लगना चाहिए। उन्होंने फिल्म निर्माता एवं निर्देशक के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की। इस मौके पर ओमकार सिंह, पुनीत कुमार, ताराचंद, उदयवीर, पुष्पेंद्र कुमार, परवेंद्र कुमार, अमित कुमार, गजेंद्र सिंह, कृष्ण कुमार, विशाल चौधरी, ओमराज सिंह, मनोज चौधरी, विवेक डबास, नीरज चौधरी, रोबिन चौधरी आदि मौजूद रहे।