राह तहकती रही दुल्हन की निगाहें, बरात लेकर नहीं पहुंचा दूल्हा
नजीबाबाद क्षेत्र के एक गांव में बरेली से दूल्हे को बैंड-बाजा लेकर आना था। दुल्हन की निगाहें दूल्हे का इंतजार करती रहीं फिर भी बरात नहीं पहुंची। हालांकि चर्चा थी कि कन्या पक्ष की ओर से लग्न में दिए गए उपहार से असंतुष्ट वर पक्ष ने बरात लाने से इंकार कर दिया था लेकिन कन्या पक्ष का कहना था कि मेहमानों की संख्या ज्यादा होने और शासन द्वारा जारी गाइड लाइन के हिसाब से बरात का इंतजाम नहीं कर पाने के कारण विवाह की तिथि आगे बढ़ाई गई है।
जेएनएन, बिजनौर। नजीबाबाद क्षेत्र के एक गांव में बरेली से दूल्हे को बैंड-बाजा लेकर आना था। दुल्हन की निगाहें दूल्हे का इंतजार करती रहीं, फिर भी बरात नहीं पहुंची। हालांकि चर्चा थी कि कन्या पक्ष की ओर से लग्न में दिए गए उपहार से असंतुष्ट वर पक्ष ने बरात लाने से इंकार कर दिया था, लेकिन कन्या पक्ष का कहना था कि मेहमानों की संख्या ज्यादा होने और शासन द्वारा जारी गाइड लाइन के हिसाब से बरात का इंतजाम नहीं कर पाने के कारण विवाह की तिथि आगे बढ़ाई गई है।
क्षेत्र के एक गांव से कन्या के परिवार की ओर से विगत सप्ताह बरेली में वर पक्ष के यहां लग्न गया था। गुरुवार को गांव में बरात आनी थी, लेकिन शाम तक भी बरात नहीं पहुंची। इसे लेकर परिवार तो स्तब्ध था ही, बिरादरी और गांव के लोगों में वर पक्ष के प्रति खासी नाराजगी थी। आखिरकार दिन ढलने के साथ ही विवाह की तैयारियां धरी रह गईं। विवाह टलने को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं रहीं। बताया जा रहा था कि वर पक्ष के लोग लग्न में कन्या पक्ष से मिले उपहार से संतुष्ट नहीं थे। जिस पर वर और कन्या पक्ष के लोगों के बीच परस्पर मतभेद पैदा हो गए थे। जिसके चलते बरेली से बरात नहीं पहुंची। वहीं, देर शाम जब कन्या पक्ष के परिवार से इस संबंध में संपर्क किया गया, तो बताया गया कि शासन द्वारा कोविड-19 महामारी से बचाव के लिए जो नई गाइड लाइन जारी की गई है, उसकी वजह से विवाह समारोह को टालना पड़ा है। दरअसल, मेहमानों की संख्या ज्यादा हो रही थी और उसके हिसाब से होटल एवं अन्य व्यवस्थाओं की तैयारी नहीं हो पा रही थी।