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ध्यान रखिए, कहीं हीट स्ट्रोक न कर दे बीमार

पिछले करीब एक सप्ताह से तापमान लगातार बढ़ रहा है। बुधवार को तापमान 37 डिग्री सेल्सियस से अधिक रहा। गर्म हवाएं शरीर को तपा रही हैं। गुरुवार को बादल छाए कहीं-कहीं हल्की बूंदाबांदी भी हुई। बरसात नहीं होने से मौसम में गर्मी बनी रही। भयंकर गर्मी में सावधानी नहीं बरती तो गर्मी और उमस से डायरिया दस्त लू लगने जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ गया है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 11 Jun 2021 07:18 AM (IST)Updated: Fri, 11 Jun 2021 07:18 AM (IST)
ध्यान रखिए, कहीं हीट स्ट्रोक न कर दे बीमार
ध्यान रखिए, कहीं हीट स्ट्रोक न कर दे बीमार

जेएनएन, बिजनौर। पिछले करीब एक सप्ताह से तापमान लगातार बढ़ रहा है। बुधवार को तापमान 37 डिग्री सेल्सियस से अधिक रहा। गर्म हवाएं शरीर को तपा रही हैं। गुरुवार को बादल छाए, कहीं-कहीं हल्की बूंदाबांदी भी हुई। बरसात नहीं होने से मौसम में गर्मी बनी रही। भयंकर गर्मी में सावधानी नहीं बरती तो गर्मी और उमस से डायरिया, दस्त, लू लगने जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ गया है।

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कोरोना संक्रमण से लोग अभी ठीक से उबर भी नहीं पाए हैं कि गर्मी ने कहर बरपाना शुरू कर दिया है। जिले का तापमान 37 डिग्री सेल्सियस से अधिक पहुंच चुका है। दिन भर शरीर पसीने से सराबोर रहता है। गर्मी का आलम यह है कि नहाने के कुछ देर बाद फिर से शरीर पसीना-पसीना हो जाता है। गुरुवार सुबह बादल घिर-घिर कर आते रहे। हल्की बूंदाबांदी भी हुई, लेकिन बरसात नहीं हुई। तापमान बढ़ने और बरसात नहीं होने के कारण हवाएं लू में परिवर्तित हो चुकी हैं। गर्मी के इस मौसम में सावधानी नहीं बरती तो बीमार होने का खतरा बढ़ जाता है। जिले में कार्यरत फिजिशियन डा. आरएस वर्मा बताते हैं कि इस मौसम में सबसे अधिक हीट स्ट्रोक का खतरा रहता है। इसके साथ ही डायरिया, दस्त होने की संभावना अधिक रहती है। डा. आरएस वर्मा बताते हैं कि हीट स्ट्रोक में रोगी को तेज बुखार रहता है। बुखार चेहरा लाल दिखाई देने लगता है, जबकि डायरिया एवं दस्त होने की दशा में शरीर में पानी कम होने लगता है। हीट स्ट्रोक एवं डायरिया की दशा में तुरंत किसी योग्य चिकित्सक से उपचार कराना चाहिए। घर से बाहर निकलते समय क्या करें

दोपहर को बहुत ही आवश्यक हो तभी घर से बाहर निकले। पानी पी कर घर से निकले, सीधी धूप से बचने के लिए सिर पर कैप, तौलिया अथवा छाते का प्रयोग करें। धूप में ज्यादा दूर तक पैदल न चलें। एसी अथवा कूलर में देर तक रहने के तुरंत बाद घर से बाहर धूप में न निकले। धूप से चलकर आये तो घर आते ही पानी न पीये तथा स्नान भी न करें। कुछ देर पंखे की हवा में बैठने के बाद शरीर का तापमान सामान्य होने पर ही पानी पीएं। गर्मी के मौसम में क्या खाएं

डा. आरएस वर्मा बताते हैं कि गर्मी के मौसम में सुपाच्य भोजन करें। बासी व तेज मसालों से युक्त भोजन न करें। साफ पानी का सेवन करें। कच्चे आम से बना पन्ना, खरबूजा, तरबूज, लीची, आडू जैसे मौसमी फलों का सेवन करें। इनमें पर्याप्त मात्रा में पानी की मात्रा होती है।


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