शीतलहर के आगे धूप भी बेअसर
जनपद में ठंड बढ़ रही है। सुबह-शाम कोहरा और शीतलहर अपने शबाब पर होने के कारण ठंड ज्यादा है। मौसम खराब तथा शीतलहर से ठंड बढ़ रही है जिसके कारण लोगों को ठिठुरने को मजबूर किया। दोपहर में काफी जद्दोजहद के बाद सूर्यदेव के दर्शन हुए हैं लेकिन शीतलहर के आगे धूप बेअसर दिखाई दी।
बिजनौर, जागरण टीम। जनपद में ठंड बढ़ रही है। सुबह-शाम कोहरा और शीतलहर अपने शबाब पर होने के कारण ठंड ज्यादा है। मौसम खराब तथा शीतलहर से ठंड बढ़ रही है, जिसके कारण लोगों को ठिठुरने को मजबूर किया। दोपहर में काफी जद्दोजहद के बाद सूर्यदेव के दर्शन हुए हैं, लेकिन शीतलहर के आगे धूप बेअसर दिखाई दी। दिन में कई बार आसमान में बादलों की काली धुंध छाई जाने से अंधेरा सा हो गया था। कुछ क्षेत्र में बादलों से बूंदाबांदी हुई थी।
जनपद में बार बार मौसम का मिजाज बदल रहा है। दिन में धूप निकलने से लोगों को राहत मिली, लेकिन शीतलहर चलने से धूप बेअसर दिखाई दी। सुबह के समय मौसम में ज्यादा सुन्न होने से ज्यादा ठंड लगी और लोग कंपकंपाते दिखाई दिए। सुबह, शाम को ठंड ज्यादा होने से तापमान में गिरावट हो रही है। रात को कोहरा और शीतलहर अपना पूरा कहर बरपा रहे हैं। ठंड से बचाव को राहगीर अलाव का सहारा ले रहे हैं। सबसे ज्यादा महिला व बच्चों को परेशानी उठानी पड़ रही है। घरों से बाहर निकलने पर मौसम में सुन्न वाली ठंड महसूस हो रही है। सुबह भयंकर कोहरा छाया होने से मार्गो पर वाहनों की रफ्तार धीमी रही। सर्द हवाओं ने ठंड को बढ़ाने का काम किया। मौसम में ठंड ज्यादा होने का असर क्षेत्र के बाजारों में भी दिखाई दिया। जिले का अधिकतम तापमान 16.0 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 6.8 डिग्री सेल्सियस मापा गया।
नजीबाबाद: शीतलहर व कोहरा छाए रहने से मौसम सर्द रहा। सूर्यदेव कोहरे की चादर ताने आसमान में छिपे रहे। सर्द हवाएं चलने से लोग ठिठुरते नजर आए। बुधवार को न्यूनतम तापमान 6.5 डिग्री सेंटीग्रेट और अधिकतम तापमान 14.2 डिग्री सेंटीग्रेट रहा। हालांकि मंगलवार के मुकाबले बुधवार को तापमान में मामूली सी वृद्धि हुई। सूर्यदेव ने चंद मिनटों के लिए दर्शन दिए, लेकिन अधिकांश समय सूर्यदेव के बादलों में छिपे से रहने ठंड का व्यापक असर रहा। सर्द हवाएं चलने से लोग ठंड से ठिठुरते नजर आए। सुबह कोहरा छाने से सड़कों पर वाहन लाइट जलाकर गुजरे। ठंड का असर बाजार में देखने को मिला। अधिकांश प्रतिष्ठानों पर ग्राहक नदारद रहे।
---
बूंदाबांदी से सरसों को नुकसान
हल्दौर : मौसम में बार बार बदलाव हो रहा है। बुधवार शाम आकाश में काले बादल छा गए और फिर बूंदाबांदी हुई। इन दिनों सरसों की अधिकांश फसल पर फूल खिले हुए हैं। बारिश की बूंदों से सरसों के पौधे पर लगा हुआ फूल क्षतिग्रस्त हो जाता है, जिसका असर उत्पादन पर आ सकता है। किसान देवेंद्र पाल सिंह, अवनीश कुमार, मनोज कुमार, शिवकुमार त्यागी, जितेंद्र सिंह, रोहताश सिंह, कपिल कुमार आदि का कहना है कि सरसों के उत्पादन पर बारिश का बुरा प्रभाव पड़ सकता है। राजकीय कृषि रक्षा इकाई प्रभारी राकेश राणा का कहना है कि सरसों के पुष्प पर वर्षा की भारी बूंदें पड़ने से फूल क्षतिग्रस्त हो जाता है। इससे पौधे पर कम फलियां विकसित होती हैं, ऐसे में फसल का उत्पादन भी प्रभावित हो सकता है।